Patamda (Mithilesh Tiwari) : पूर्वी सिंहभूम जिले के ग्रामीण क्षेत्र में बंगाल सीमावर्ती क्षेत्र में बसे दांदुडीह गांव के लोग मूलभूत सुविधाओं से अब भी दूर है. बेहतर स्वास्थ्य सुविधा और उच्च शिक्षा के लिए वर्तमान में लोग बंगाल के अस्पताल और उच्च विद्यालय पर निर्भर हैं. मुख्य सड़क की स्थिति भी दयनीय बनी हुई है. बिजली में पहले से कुछ सुधार हुआ है. लेकिन सिंचाई सुविधा के लिए किसान आज भी लालाइत हैं. जिला मुख्यालय से 50 किमी दूर और पटमदा प्रखंड मुख्यालय से 25 किमी दूर स्थित दांदुडीह गांव जो की बंगाल से महज दो से पांच किमी दूरी पर बसा है. इस गांव में एक मध्य विद्यालय है, जिसमें आठवीं तक ही पढ़ाई होती हैं. दो आंगनबाड़ी केंद्र स्थापित हैं, जो गांव से महज एक किमी दूरी पर निर्मित है. जिसमें छोटे बच्चे जाना नहीं चाहते.
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गांव से करीब 25 किमी की दूरी पर है सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र
जानकारी देते हुए ग्राम प्रधान काशीनाथ महतो बताते हैं कि हमारा गांव मुख्यालय से काफी दूर होने के कारण यहां विकास की किरण आने में काफी विलंब होता है. इस गांव के बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए बंगाल के बारी हाई स्कूल और चंदनपुर स्थित हाई स्कूल जाना पड़ता है. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र माचा में स्थित है जो गांव से करीब 25 किमी की दूरी पर है. लेकिन सड़क की स्थिति जर्जर होने के कारण यहां से प्रसव पीड़ा के समय महिलाओं को ले जाने में काफी दिक्कत होती है. इस कारण बंगाल ले जाना आसान होता है. विदित हो कि ग्रामीणों के स्वास्थ्य सुविधा के लिए कांकू में एक उप स्वास्थ्य केंद्र स्थापित किया गया है, जो ठीक ढंग से संचालित नहीं होता. इससे स्वास्थ्य विभाग के प्रति ग्रामीणों में आक्रोश है.
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