Patna: कृषि कानून पर बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव कड़े तेवर अपनाये हुए हैं. उन्होंने किसान आंदोलन को लेकर केंद्र और राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा. कहा कि मानव श्रृंखला की तैयारी पूरी कर ली गई है. हर जिले में कोऑर्डिनेशन कमिटी बनाई जाएगी. आज 19 पार्टियों ने राष्ट्रपति के भाषण का बहिष्कार किया.
तेजस्वी ने कहा कि अन्नदाता को जो सम्मान मिलना चाहिए वो कानून में नहीं है. ये कानून अन्नदाताओं के लिए नहीं फंडदाताओं के लिए बना है. हम किसानों के साथ शुरू से खड़े हैं. राजद के समय किसानों को MSP से ज्यादा पैसे दिए जाते थे. नीतीश कुमार किसान कानून पर चुप क्यों हैं. क्या मजबूरी है नीतीश कुमार की.
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उन्होंने कहा कि आंदोलन को दबाया जाता है. अब डीजल के दाम बढ़ाने की तैयारी चल रही है. बीजेपी ने जवान और किसान के बीच लड़ाई लड़वा दी. जवान किसान परिवार से आते हैं. वो भी नाराज हैं. बिहार में किसानों की स्थिति खराब है. पलायन को मजबूर होते हैं. धान गेहूं की खरीद अभी तक नहीं हुई है.
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कहा कि नीतीश कुमार अब 50 साल वालों को जबरन रिटायर करेंगे. कल हम मानव श्रृंखला बनाएंगे. आगे भी कार्यक्रम जारी रहेगा. सरकार की कोई योजना जमीन पर नहीं लागू हो रही है. लोग सड़क पर हैं. पुलिस लाठी बरसा रही है. सीएम नीतीश कुमार का बस एक ही प्रयास है. जोड़तोड़ में लगे रहना. जिसकी न नीति न सिद्धांत. उसके बारे में क्या बात करना. हम अपना कर्तव्य निभा रहे हैं.
राजद नेता ने कहा कि नीतीश कुमार की जिम्मेवारी बिहार के प्रति है. जनता भूखे नंगे सड़क पर है, लेकिन नीतीश कुमार कुछ नही कर रहे हैं. खुद को समाजवादी नेता कहते हैं. यकीन ही नहीं हो रहा है. सरकार में कोई कॉन्फिडेंस नहीं है. आजकल जो गतिविधियां चल रही वही सच्चाई दर्शाता है.
तेजस्वी ने कहा कि हमें उम्मीद है कि आगे पंजाब और हरियाणा की तर्ज पर बिहार के किसान भी आगे आएंगे. उन्होंने सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि हिम्मत है तो गिरफ्तार करके दिखाएं. गजब के फैसले सरकार ले रही है. बोलने का हक भी छीन रही है.
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