Patna: नीतीश सरकार बिहार में किसानों के हितों को लेकर गंभीर है. इसी क्रम में गोवर्धन योजना के तहत प्रत्येक जिले में गैस प्लांट लगाने की तैयारी की जा रही है. इसके लिए एजेंसी का चयन किया गया है. इसकी टेंडर प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. इस योजना के तहत गांव से किसानों से गोबर खरीदी जाएगी. इससे किसानों को आर्थिक लाभ होगा. गैस बनने के बाद उसे गांव में सप्लाई किया जाएगा. अधिकारियों का कहना है कि इस प्रोजेक्ट को तीन साल में पूरा किया जाएगा. इसमें सभी जिलों में गोबर गैस का प्रोसेसिंग प्लांट स्थापित कर उत्पादन शुरू कर दिया जाएगा.
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प्लांटों पर तकनीकी विशेषज्ञ रहेंगे
बताया जाता है कि इसमें गैस से रोशनी तो मिलेगी है साथ ही भोजन बनाने के लिए सिलेंडर भी तैयार किया जाएगा. तकनीकी विशेषज्ञों का कहना है कि एक किलो गोबर से दो किलोग्राम मिथेन गैस तैयार की जाती है. लेकिन यह तभी संभव है जब गोबर से गैस बनाने की प्रोसेसिंग सही तरीके से की जाए. प्रोसेसिंग के लिए सभी प्लांटों पर तकनीकी विशेषज्ञ रहेंगे. जो गैस उत्पादन से लेकर सिलेंडर में रिफिलिंग तक का काम कराएंगे. प्रोसेसिंग प्लांट से निकले कचरे से वर्मी कंपोस्ट बनाया जाएगा. इस तरह से एक साथ कई तरह के फायदे होंगे. एक आंकड़े के मुताबिक बिहार में ढाई करोड़ से अधिक पशु हैं.
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