Patna : आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह एक बार फिर अपने बयान की वजह से सुर्खियों में बने हुए है. बुधवार में जगदानंद सिंह ने आरजेड़ी कार्यालय में आपदा प्रकोष्ठ की बैठक की . बैठक के बाद कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि तालिबान एक नाम नहीं, बल्कि संस्कृति है जो अफगानिस्तान में है. वैसे ही भारत में आरएसएस तालिबानी है और कुछ नहीं है. आरएसएस के लोग सिर्फ दाढ़ी वाले लोगों को, चूड़ी बेचने वालों को, छुरी बेचने वालों को पीटते है. जगदानंद सिंह ने कहा कि इसका विरोध करना होगा.
बता दें कि इससे पहले भी जगदानंद सिंह के बयान के बाद आरजेडी में बड़ा विवाद उत्पन्न हो गया था. जिसके बाद तेजप्रताप यादव ने भी उन्हे आड़े हाथ लेते हुए बयानबाजी शुरू कर दी थी.
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लालू यादव धार्मिक एकता की बात करते हैं
बैठक के बाद आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि लालू को इसलिए जेल भेज दिया गया क्योंकि वो धार्मिक एकता की बात करते हैं. आडवाणी को गिरफ्तार करते हैं. धार्मिक उन्मादियों को रोकते हैं. जिसके बाद विरोधियों ने उन्हें आड़े हाथ लिया है.
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जैसे लोगों के साथ रहेंगे वैसी ही गुण भी आएंगे
जगदानंद सिंह ने आरएसएस को तालिबान बताये जाने के बाद बीजेपी और जेडीयू ने उन्हे कड़ा जवाब दिया है. बीजेपी के प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा कि जगदानंद सिंह जैसे पार्टी के साथ है, लाजमी है उनके शब्द वैसे ही रहेंगे. जगदानंद सिंह जैसे नेता से ऐसी उम्मीद नहीं की जा रही थी लेकिन जैसे लोगों के साथ रहेंगे वैसी ही गुण भी आएंगे.
वही जेडीयू नेता अभिषेक झा कहा कि जगदाबाबू को लंबे समय से अपने ही पार्टी में टॉर्चर हो रहे है. कभी तेजस्वी तो कभी तेजप्रताप के कारण टॉर्चर हो रहे हैं. यह बयान उसका ही नतीजा है.
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बचाव में आये आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी
बिहार में इस बयान के बाद राजनीतिक माहौल काफी गर्म हो गया है. बीजेपी और जेडीयू नेता के बयान के बाद आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी उनके बचाव में सामने आये. मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि जगदानंद सिंह का बयान गलत नहीं है. उनके कहने का अर्थ था कि आरएसएस भी हमेशा देश में बांटने का काम करती है.
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