LagatarDesk : डिजिटल पेमेंट कंपनी पेटीएम भारत का सबसे बड़ा आईपीओ लाने की तैयारी में है. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, पेटीएम 3 बिलियन डॉलर यानी करीब 22,000 करोड़ का आईपीओ ला सकती है. यदि यह सफल होता है तो यह भारतीय कंपनी द्वारा सबसे बड़ी आईपीओ की पेशकश होगी. इसके साथ ही 2010 में कोल इंडिया के 15,745 करोड़ के आईपीओ का रिकॉर्ड भी टूट जायेगा.
कई कंपनियों ने किया है निवेश
जानकारी के अनुसार, इस कंपनी में वॉरेन बफे की कंपनी बर्कशायर हैथवे, जापान के सॉफ्ट बैंक, चाइनीज एंट ग्रुप समेत कई निवेशकों ने पैसा लगाया है. अगर यह आईपीओ एलआईसी से पहले आता है तो यह देश का सबसे बड़ा IPO होगा.
कंपनी की वैल्यू 25-30 अरब डॉलर रहने की उम्मीद
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, पेटीएम IPO के जरिये 3 अरब डॉलर का फंड जुटायेगी. यह भारत के इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा IPO होगा. इंवेस्टमेंट बैंक के आधार पर इसमें मॉर्गन स्टेनली, सिटी बैंक और जेपी मॉर्गन को शामिल किया गया है. आईपीओ के जरिये कंपनी की वैल्यू 25 से 30 अरब डॉलर होने की उम्मीद है.
देश का तीसरा सबसे बड़ा डिजिटल प्लेटफॉर्म
देश में सबसे बड़े डिजिटल प्लेटफॉर्म के रूप में उभरा है. लगभग 12 प्रतिशत की बाजार हिस्सेदारी के साथ UPI भुगतान के मामले में तीसरे स्थान पर है. मार्च महीने में पेटीएम से करीब 1.4 बिलियन ट्रांजैक्शन हुआ है. जबकि फरवरी में 1.5 बिलियन ट्रांजैक्शन किया गया था. कंपनी के अनुसार, मासिक आधार पर करीब 15 फीसदी की वृद्धि हो रही है.
कई कंपनियां लेकर आ रही है आईपीओ
इस साल कई कंपनियां अपना IPO लेकर आयेगी. इसमें जोमैटो, कारट्रेड, पॉलिसी बाजार, मोबिक्विक जैसी कई कंपनियां शामिल हैं. जोमैटो 8250 करोड़ का आईपीओ लाने की तैयारी में है. वहीं कारट्रेड आईपीओ के जरिये 2000 करोड़ फंड जुटाने की तैयारी में है.
अभी कोल इंडिया के नाम सबसे बड़ आईपीओ
अभी तक देश का सबसे बड़ा IPO कोल इंडिया की तरफ से लाया गया है. उसने 2010 में 15200 करोड़ का IPO लाया था. उससे पहले रिलायंस पॉवर 11 हजार करोड़ का आईपीओ लेकर आयी थी. SBI कार्ड ने पिछले साल आईपीओ के जरिये 10,335 करोड़ फंड जुटायी थी.