LagatarDesk : देश की प्रमुख पेमेंट और फाइनेंशियल सर्विस प्रोवाइडर कंपनी पेटीएम ने दिसंबर तिमाही के नतीजे जारी कर दिये हैं. अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में पेटीएम का कंसोलिडेटेट घाटा 392 करोड़ रहा है. जो पिछले वित्त साल की समान समयावधि में 779 करोड़ रहा था. पिछले साल की तुलना में इस साल पेटीएम का कंसोलिडेटेट घाटा काफी कम है. आंकड़ों के अनुसार, दिसंबर तिमाही में पेटीएम का रेवेन्यू 42 फीसदी बढ़कर 2062.2 करोड़ हो गया. जो एक साल पहले 1456.1 करोड़ था. पेटीएम का रेवेन्यू 21 फीसदी बढ़कर 1197 करोड़ हो गया है. (पढ़ें, रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव : एनडीए उम्मीदवार सुनीता चौधरी थोड़ी देर में करेंगी नामांकन)
सोमवार को पेटीएम के शेयरों में आ सकता है उछाल-विजय शेखर शर्मा
आंकड़ों के अनुसार, फाइनेंशियल सर्विसेज से पेटीएम को 446 करोड़ रेवेन्यू हुआ है. जो कुल राजस्व का 22 फीसदी है. इस दौरान पेटीएम के ऑपरेटिंग प्रॉफिट 424 करोड़ रहा है. कंपनी के मार्जिन में भी सुधार हुआ है, यह रेवेन्यू का 2 फीसदी है. जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में माइनस 27 फीसदी था. कंपनी के सीईओ विजय शेखर शर्मा ने एक बयान में कहा कि कंपनी के ऑपरेशनल प्रॉफिट पाने की उन्हें खुशी है. इस बीच उम्मीद की जा रही है कि कंपनी के वित्तीय आंकड़ों में इस सुधार से सोमवार को कंपनी के शेयर तेजी के रुख के साथ खुल सकते हैं.
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पेटीएम का आईपीओ 27 फीसदी टूटकर शेयर बाजार में हुआ था लिस्ट
बता दें कि पेटीएम का आईपीओ 8 नवंबर 2021 को आया था. कंपनी ने आईपीओ के लिए प्रति शेयर प्राइस 2150 रुपये तय किया था. उस समय तक यह देश का सबसे बड़ा आईपीओ था. हालांकि जब कंपनी के शेयर स्टॉक मार्केट में लिस्ट हुए तब इसकी कीमत 1,564 रुपये प्रति शेयर रही. यानी यह 27 प्रतिशत टूटकर शेयर बाजार में लिस्ट हुआ. मौजूदा वक्त में कंपनी के शेयर प्राइस एनएसई पर 524.95 रुपये पर है. यह अपने लिस्ट प्राइस से करीब 66 प्रतिशत नीचे है. वहीं शुक्रवार को कंपनी का शेयर करीब 4 प्रतिशत टूटकर बंद हुआ था.
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