गार्डवाल निर्माण में खपाया जा रहा पत्थर
Pirtand (Giridih) : जैनियों के विश्व प्रसिद्ध तीर्थ स्थल पारसनाथ पहाड़ी में अवैध पत्थर उत्खनन किए जाने का मामला सामने आया है. पत्थर उत्खनन के कारण भू- स्खलन का खतरा बढ़ने लगा है. पारसनाथ के वंदना मार्ग में इन दिनों लाखों रुपए की लागत से गार्डवाल निर्माण कार्य चल रहा है. गार्डवाल में बाहर से पत्थर नहीं मंगाकर पहाड़ी के ही पत्थर को लगा दिया जाता है. ऐसा भी नहीं है कि यह कार्य रात के अंधेरे में किया जाता है. दिन दहाड़े पहाड़ी को तोड़ते मजदूरों को देखा जा सकता है. विभागीय अधिकारी सब कुछ जानने के बाद भी चुप्पी साधे बैठे हैं.
उत्खनन की जानकारी पाकर पारसनाथ मकर संक्रांति मेला समिति सह जंगल सुरक्षा समिति के सदस्यों ने निर्माण स्थल का मुआयना किया. सदस्यों ने पहाड़ी से पत्थर उत्खनन कर गार्डवाल में लगाते हुए देखा. सदस्यों ने मामले का सोशलमीडिया पर विरोध कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने और उत्खनन बंद कराने की मांग की है. इस संबंध में पूछे जाने पर हजारीबाग डीएफओ अविनाश चौधरी ने जबाब देना मुनासिब नहीं समझा.
उल्लेखनीय है कि पारसनाथ में ही जैन धर्म के चौबीस में से बीस तीर्थंकर निर्वाण प्राप्त कर चुके हैं. यह पहाड़ी जैन धर्मांवलंबियों के तीर्थ स्थल होने के साथ-साथ झारखण्ड-बिहार की सबसे ऊंची पहाड़ी भी है. पारसनाथ पहाड़ी के संरक्षण और जंगली जीव जंतुओं की सुरक्षा के लिए वन्य प्राणी आश्रय कर्मी भी तैनात हैं.
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