Khunti : पुलिस को 84 मामले में PLFI उग्रवादी शनिचर सुरीन की तलाश थी. एसपी आशुतोष शेखर को मिली गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस टीम द्वारा चलाए गए सर्च अभियान के दौरान हुई मुठभेड़ में शनिचर सुरीन मारा गया. मूल रूप से गुमला के कामडारा थाना क्षेत्र का रहने वाला शनिचर पीएलएफआई का जोनल कमांडर था. उस पर 10 लाख रुपये इनाम घोषित था. शनिचर सुरीन के खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास, रंगदारी, आगजनी, पुलिस पर हमला और अन्य नक्सली घटनाओं से संबंधित कुल 84 मामले दर्ज हैं. इनमें खूंटी में 32 चाईबासा में 50 और गुमला में 02 मामले दर्ज हैं.
इसे भी पढ़ें- JDU विधायक संजीव कुमार को फेसबुक पर मिली हत्या की धमकी
उग्रवादियों के जमा होने की सूचना पर चलाया गया था अभियान
एसपी आशुतोष शेखर को गुप्त सूचना मिली थी कि खूंटी जिला के रनिया थाना और चाईबासा जिले के गुदड़ी थाना के सीमावर्ती क्षेत्र में पीएलएफआई उग्रवादी जमा हुए हैं. मिली सूचना के आधार पर एसपी द्वारा डीएसपी तोरपा के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया. फिर पुलिस टीम ने सर्च अभियान चलाया.
इसे भी पढ़ें- पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप के साथ जंगल में थे 15 से ज्यादा उग्रवादी
उग्रवादियों ने की पुलिस पर फायरिंग
सर्च अभियान के दौरान बढ़ा केसेल गांव के पास उग्रवादियों द्वारा पुलिस बल पर फायरिंग शुरू कर दिया गया. इसके बाद पुलिस द्वारा भी फायरिंग शुरू की गई. करीब आधे घंटे तक दोनों ओर से गोलीबारी हुई. इसके बाद मौके का फायदा उठाकर उरवादी भागने में सफल रहे. घटनास्थल पर सर्च अभियान के दौरान एक उरवादी का शव बरामद किया गया. ग्रामीणों द्वारा मृत उग्रवादी की पहचान पीएलएफआई के कुख्यात उग्रवादी शनिचर सुरीन के रूप में किया गया. शनिचर सुरीन का खेती और चाईबासा जिला क्षेत्र में काफी दहशत था. पुलिस ने घटनास्थल से दो पिस्टल, गोली समेत कई अन्य सामान बरामद किये हैं.