पीएम ने कल्कि धाम मंदिर के मॉडल का अनावरण किया
पीएम ने कहा-विदेशों से प्राचीन मूर्तियां वापस ला रहे हैं, रिकॉर्ड विदेशी निवेश भी मिल रहा
Sambhal (Uttar Pradesh) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को संभल में श्री कल्कि धाम मंदिर का शिलान्यास किया. साथ ही मंदिर के मॉडल का अनावरण किया. शिलान्यास समारोह के दौरान पीएम मोदी ने पूजा भी की. इससे पहले संतों ने अंगवस्त्र पहनाकर प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया. साथ ही श्री कल्कि धाम निर्माण ट्रस्ट के अध्यक्ष आचार्य प्रमोद कृष्णम ने मोदी को स्मृति चिह्न भेंट किया. इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित कई संत, धार्मिक नेता और अन्य लोग शामिल हुए. बता दें कि श्री कल्कि धाम का निर्माण श्री कल्कि धाम निर्माण न्यास द्वारा किया जा रहा है, जिसके अध्यक्ष आचार्य प्रमोद कृष्णम हैं.
#WATCH उत्तर प्रदेश: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संभल में कल्कि धाम के शिलान्यास समारोह के दौरान पूजा की।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और श्री कल्कि धाम निर्माण ट्रस्ट के अध्यक्ष आचार्य प्रमोद कृष्णम भी मौजूद हैं। pic.twitter.com/ARN0qgIpy6
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 19, 2024
देश न केवल अपनी प्राचीन मूर्तियों को विदेशों से वापस ला रहा, बल्कि निवेश भी प्राप्त कर रहा
प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि समय का चक्र बदल गया है और देश न केवल अपनी प्राचीन मूर्तियों को विदेशों से वापस ला रहा है. बल्कि रिकॉर्ड विदेशी निवेश भी प्राप्त कर रहा है. कहा कि एक तरफ तीर्थ स्थलों का विकास किया जा रहा है तो दूसरी तरफ शहरों में अत्याधुनिक अवसरंचनाएं तैयार हो रही हैं. मोदी ने कहा कि आज एक ओर हमारे तीर्थो का विकास हो रहा हैं, तो दूसरी ओर शहरों में हाईटेक इन्फ्रास्ट्रक्चर भी तैयार हो रहा हैं. आज अगर मंदिर बन रहे हैं तो देश भर में नये मेडिकल कॉलेज भी बन रहे हैं. आज विदेशों से हमारी प्राचीन मूर्तियां भी वापस लायी जा रही हैं और रिकॉर्ड संख्या में विदेशी निवेश भी आ रहा है. यह परिवर्तन इस बात का प्रमाण है कि समय का चक्र घूम चुका हैं. एक नया दौर आज हमारे दरवाजे पर दस्तक दे रहा है. यह समय है कि हम उस आगमन का दिल खोलकर स्वागत करें.
देश ने अयोध्या में 500 साल के इंतजार को पूरा होते देखा है
मोदी ने कहा कि अमृत काल में राष्ट्र निर्माण के लिए पूरी सहजता, शताब्दी का यह संकल्प केवल एक अभिलाषा भर नहीं हैं. उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा संकल्प हैं जिसे हमारी संस्कृति ने हर कालखंड में जी कर दिखाया हैं. उन्होंने कहा कि पिछले महीने ही देश ने अयोध्या में 500 साल के इंतजार को पूरा होते देखा है. रामलला के विराजमान होने का वो अलौकिक अनुभव, वो दिव्य अनुभूति अब भी हमें भावुक कर जाती है. इसी बीच हम देश से सैकड़ों किमी दूर अरब की धरती पर, अबू धाबी में पहले विराट मंदिर के लोकार्पण के साक्षी भी बने हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि इसी कालखंड में हमने विश्वनाथ धाम के वैभव को निखरते देखा है. इसी कालखंड में हम काशी का कायाकल्प होते देख रहे हैं. इसी दौर में महाकाल के महालोक की महिमा हमने देखी हैं. हमने सोमनाथ का विकास देखा है, केदार घाटी का पुनर्निर्माण देखा है. हम विकास भी, विरासत भी के मंत्र को आत्मसात करते हुए चल रहे हैं.
आज हमारी शक्ति भी अनंत है, हमारे लिए संभावनाएं भी अपार है
मोदी ने कहा कि आज हम देश में जो सांस्कृतिक पुनरोदय देख रहे हैं, आज अपनी पहचान पर गर्व और उसकी स्थापना का जो आत्मविश्वास देख रहे हैं, वो प्रेरणा हमें छत्रपति शिवाजी महाराज से ही मिलती है. प्रधानमंत्री ने कहा कि आज पहली बार भारत उस मुकाम पर है, जहां हम अनुसरण नहीं कर रहे, उदाहरण पेश कर रहे हैं. आज पहली बार भारत को टेक्नोलॉजी और डिजिटल टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में संभावनाओं के केंद्र के रूप में देखा जा रहा है. हमारी पहचान इनोवेशन हब के तौर पर हो रही है. कहा कि आज हमारी शक्ति भी अनंत है और हमारे लिए संभावनाएं भी अपार है. पहली बार भारत का नागरिक, चाहे वह दुनिया के किसी भी देश में हो, अपने आपको गौरवान्वित महसूस करता है. देश में सकारात्मक सोच और आत्मविश्वास का यह ज्वार अदभुत है. इसलिए हमारी शक्ति भी अनंत है और हमारे लिए संभावनाएं भी अपार हैं.