Lagatar Desk : ग्लोबल कोविड समिट में शामिल होने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी बुधवार की शाम को अमेरिका पहुंच गये. उन्होंने वहां ग्लोबल कोविड समिट को संबोधित किया. इसमें उन्होंने कहा कि दूसरी लहर में दुनिया एक परिवार की तरह भारत के साथ खड़ी थी. भारत के लिए एकजुट होने और समर्थन करने के लिए सबका धन्यवाद. उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना में भारत ने भी 150 से ज्यादा देशों की मदद की है और उन तक जरूरी दवाएं पहुंचायी. पीएम मोदी ने कहा कि हमें महामारी के आर्थिक प्रभावों को दूर करने पर भी ध्यान देने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि वैक्सीन सर्टिफिकेट को मान्यता देकर अंतरराष्ट्रीय यात्रा को आसान बनाना चाहिए.
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मोदी ने चेताया- अभी महामारी खत्म नहीं हुई
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा, कोविड की महामारी अभी भी खत्म नहीं हुई है. दुनिया की ज्यादातर आबादी अभी भी वैक्सीनेटेड नहीं हुई है. इसलिए राष्ट्रपति जो बाइडेन की ये पहल समय पर शुरू की गयी है, जो स्वागत योग्य है. भारत की फार्मा इंडस्ट्री ने कम लागत की डायग्नोस्टिक किट्स, दवाएं, मेडिकल डिवाइस और पीपीई किट का उत्पादन किया है. ये कई विकासशील देशों को किफायती विकल्प प्रदान कर रहे हैं.
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भारत की उपलब्धि भी बतायी
मोदी ने कहा कि पीएम ने दुनिया को बताया कि भारत में दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन अभियान चल रहा है. भारत ने हाल ही में एक दिन में 2.5 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाई थी. मोदी ने बताया कि अब तक 80 करोड़ से ज्यादा को डोज दी जा चुकी है और 20 करोड़ से ज्यादा भारतीय पूरी तरह वैक्सीनेट हो चुके हैं. जैसे-जैसे भारतीय वैक्सीन डेवलप हो रही हैं, हम मौजूदा वैक्सीन प्रोडक्शन की क्षमता भी बढ़ा रहे हैं. जैसे-जैसे हमारा प्रोडक्शन बढ़ेगा, हम दूसरों को भी फिर से वैक्सीन की सप्लाई कर पाएंगे, पर इसके लिए कच्चे माल की सप्लाई चेन खुली रखनी होगी.