Kolkata : प्रधानमंत्री मोदी ने अविश्वास प्रस्ताव के दौरान संसद से बहिर्गमन करने पर विपक्षी दलों की आलोचना करते हुए चर्चा से भागने का आरोप लगाया और कहा कि उनकी सरकार ने विपक्ष द्वारा देश भर में फैलाई जा रही नकारात्मकता को पराजित कर दिया है. प्रधानमंत्री ने विपक्षी दलों पर मणिपुर पर चर्चा के बारे में गंभीर नहीं होने का भी आरोप लगाया क्योंकि इससे उन्हें सबसे अधिक नुकसान होता. मोदी ने कहा कि संसद में चर्चा के माध्यम से समाधान खोजने के अवसर का उपयोग नहीं किया जा सका क्योंकि विपक्षी दलों ने लोगों के कल्याण की जगह अपनी राजनीति को प्राथमिकता दी. नेशनल खबरों के लिए यहां क्लिक करें
प्रधानमंत्री के आरोप का परोक्ष रूप से संदर्भ देते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दावा किया कि केंद्र ने मणिपुर में अत्याचार करने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है. प्रधानमंत्री पश्चिम बंगाल में पंचायती राज परिषद को डिजिटल माध्यम से संबोधित कर रहे थे.
“He (PM Modi) is speaking without any evidence. He wants common people to suffer. You can’t raise corruption issues because you are surrounded by issues like the PM Cares fund, Rafale deal, and demonetisation. You can fool people sometimes but not all the time. You never take any… https://t.co/lDMtp06oJC pic.twitter.com/1YIrAUd1h1
— ANI (@ANI) August 12, 2023
विपक्ष को सदन से भागते हुए पूरे देश ने देखा है.
मोदी ने पिछले महीने बंगाल में हुए ग्रामीण चुनाव के दौरान विपक्ष को डराने के लिए आतंक और धमकियों का इस्तेमाल करने को लेकर राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की आलोचना भी की. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा,दो दिन पहले ही, हमने संसद में विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव को हरा दिया. हमने उनके द्वारा फैलाई जा रही नकारात्मकता को पराजित किया है. विपक्ष को सदन से भागते हुए पूरे देश ने देखा है. सरकार ने विपक्षी दलों को पत्र लिखकर कहा था कि केंद्र मणिपुर मुद्दे पर चर्चा करना चाहता है. मोदी ने कहा, लेकिन क्या हुआ, आप सबने देखा है?
वे मणिपुर मुद्दे पर सिर्फ राजनीति करना चाहते थे
विपक्ष ने ऐसा नहीं होने दिया. ऐसे संवेदनशील विषय पर चर्चा होती तो मणिपुर के लोगों को राहत महसूस होती. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि विपक्षी दल किसी भी चर्चा को लेकर गंभीर नहीं थे और वे मणिपुर मुद्दे पर सिर्फ राजनीति करना चाहते थे.पश्चिम बंगाल में टीएमसी पर पंचायत चुनाव के दौरान आतंक का माहौल बनाने का आरोप लगाते हुए मोदी ने कहा कि ऐसे खतरों के बावजूद भाजपा के उम्मीदवारों को लोगों ने अपना आशीर्वाद दिया. उन्होंने आरोप लगाया, “हाल में बंगाल में पंचायत चुनाव हुए थे. पूरे देश ने देखा कि कैसे टीएमसी ने खूनी खेल खेला.
प्रधानमंत्री देश को गुमराह कर रहे हैं
ममता बनर्जी ने एक ऑडियो संदेश में कहा, प्रधानमंत्री देश को गुमराह कर रहे हैं. वह बिना किसी सबूत के बोल रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया,पश्चिम बंगाल में ग्रामीण चुनावों के दौरान उनके (भाजपा) द्वारा 15-16 लोगों की हत्या कर दी गई है. इस इन घटनाओं में उनकी (भाजपा की) संलिप्तता है.
भाजपा ने पश्चिम बंगाल में हिंसा की
पश्चिम बंगाल की मंत्री शशि पांजा ने प्रधानमंत्री मोदी के बयान पर पलटवार करते हुए शनिवार को आरोप लगाया कि जुलाई में हुए पंचायत चुनावों के दौरान हिंसा में भारतीय जनता पार्टी के गुंडे शामिल थे, न कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के कार्यकर्ता. पांजा ने ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ प्रधानमंत्री के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा, ‘क्या इसलिए कि भाजपा पंचायत चुनाव नहीं जीत सकी, आतंक और धमकी का आरोप लगाया जा रहा है? यह भाजपा ही है जिसने पश्चिम बंगाल में हिंसा की.