कैग ने सात घोटालों का उजागर किया है, पीएम मोदी की नाक के नीचे हुए घोटाले
कैग की रिपोर्ट पर प्रदेश कांग्रेस ने सभी जिलों में पीसी कर केंद्र सरकार को घेरा
कैग की रिपोर्ट पर कांग्रेस ने पीएम से किए सीधे सवाल
Ranchi : प्रदेश कांग्रेस ने शुक्रवार को भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) की रिपोर्ट पर सभी जिलों में पीसी कर केंद्र सरकार को जम कर कोसा. रांची में कांग्रेस मुख्यालय में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि कैग की रिपोर्ट से यह पर्दाफाश हो चुका है कि मोदी सरकार के कार्यकाल में 7 बड़े घोटोले हुए हैं. प्रधानमंत्री मोदी की नाक के नीचे धांधली हुई. भारतमाला प्रोजेक्ट की बिडिंग प्रक्रिया में फर्जीवाड़ा, द्वारका एक्सप्रेस-वे में भारी धांधली, सड़क बनाने की कीमत 18 करोड़ प्रति किलोमीटर से 250 करोड़ रुपये प्रति किलोमीटर पहुंचने. आयुष्मान भारत में मृत लोगों को जीवित दिखा कर भुगतान और एक ही नंबर से 7.5 लाख लाभार्थियों के जुड़े होने का फर्जीवाड़ा किया गया. अयोध्या डेवेलपमेंट प्रोजेक्ट में ठेकेदारों के गल्ले में अनुचित लाभ पहुंचाने का घोटाला और टोल नियमों का उल्लंघन हुआ. एनएचआई ने गलत तरीके से यात्रियों से 132 करोड़ रुपये वसूले. एचएएल पर विमान इंजन की डिजाइन प्रोडक्शन में खामियों से 159 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ. ग्रामीण विकास मंत्रालय ने वृद्ध, विकलांग और विधवा पेंशन योजनाओं का पैसा अन्य योजनाओं के प्रचार में खर्च कर दिया. अब पीएम को यह बताना चाहिए कि क्या कैग देश विरोधी संस्था है, जो सरकार के खर्च पर ऑडिट करती है. क्या यह संस्था प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ साजिश रच रही है. अगर नहीं तो तुरंत मोदी जी उस पर ईडी की रेड करवाकर ताला लगवाने का काम करें. जिस झूठी ईमानदार छवि का गला फाड़ फाड़ कर प्रधानमंत्री दंभ भरते हैं, वो ध्वस्त हो चुकी है. मोदी सरकार में घोटाले ही घोटाले हैं और अब पूरा सच देश के सामने आ रहा है. लोग मोदी जी के भ्रष्टाचार के बारे में बात करने लगे हैं. प्रधानमंत्री को जनता के सीधे सवालों का जवाब देना चाहिए.
कांग्रेस का पीएम से सीधा सवाल
- क्या प्रधानमंत्री अपनी नाक के नीचे हो रहे इन घोटालों पर चुप्पी तोड़ेंगे
- क्या प्रधानमंत्री अपनी सीधी निगरानी में हो रहे भारतमाला प्रोजेक्ट में धांधली पर कार्रवाई करेंगे.
- क्या प्रधानमंत्री केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री के खिलाफ कार्रवाई करेंगे.
- क्या प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत में हो रहे फर्जीवाडे पर कुछ करेंगे, क्या वो पता करेंगे कि आखिर लाभार्थियों का पैसा कहां जा रहा है.
- क्या प्रधानमंत्री ये पता करने की कोशिश करेंगे कि ग्रामीण विकास मंत्रालय विकलांग, वृद्ध और विधवा पेंशन का बजट दूसरी योजनाओं के प्रचार पर खर्चा क्यों कर रहा है.
- क्या प्रधानमंत्री यह पता करने की कोशिश करेंगे कि अयोध्या में पहले जमीन की धांधली और अब डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के नाम पर घोटाले के लिए जिम्मेदार कौन है, आखिर कौन ठेकेदारों को अनुचित लाभ पहुंचा रहा है.
- किसी जमाने में कैग का नाम भर सुन लेने पर उछलने वाले मीडिया ने आज मौन व्रत धारण कर लिया है. लेकिन सरकार और अधिकांश मीडिया की चुप्पी से घोटाले बंद नहीं होंगे. कमीशनखोरी, मुनाफाखोरी और जनता के पैसे की लूट पर से पर्दा तो अब खुद कैग उठा रहा है. हमें पता है मोदी जी सवालों का जवाब नहीं देंगे, लेकिन कैग को देश विरोधी घोषित किया जाएगा.
इन घोटालों का कैग ने किया खुलासा
- कैग ने भारतमाला प्रोजेक्ट में फर्जीवाड़े की पोल खोली है. सड़क की लागत में लगभग 100 प्रतिशत वृद्धि का भी खुलासा हुआ है. इस प्रोजेक्ट के फंड की अनुमति आर्थिक मामलों संबंधी कैबिनेट समिति देती है, जिसकी अध्यक्षता स्वयं प्रधानमंत्री करते हैं. इस परियोजना में सीसीईए ने 5,35,000 करोड़ रुपये की लागत पर 34,800 किलोमीटर सड़क बनाने के लिए की मंजूरी दी थी. लेकिन असल में ठेका 26,316 किलोमीटर राजमार्गों का ही दिया गया, जिसकी स्वीकृत लागत 8,46,588 करोड़ रुपये थी. इसका मतलब सीसीईए ने जिन परियोजनाएं के लिए 15.37 करोड़ रुपए प्रति किमी की लागत को मंजूरी दी, वो बढ़ कर दोगुनी से भी अधिक हो गयी. मतलब करीब 32.17 करोड़ रुपए प्रति किमी की लागत हो गई है.
- कैग ने द्वारका एक्सप्रेस-वे में भारी धांधली उजागर करते हुए सवाल उठाया कि कैसे सड़क बनाने की कीमत 250 करोड़ रुपये प्रति किलोमीटर पहुंच गई. जबकि स्वीकृत लागत 18 करोड़ रुपये प्रति किलोमीटर ही थी .
- कैग ने टोल नियमों के उल्लंघन का खुलासा करते हुए बताया है कि एनएचआई ने गलत तरीके से यात्रियों से 132 करोड़ रुपए वसूले हैं. ऑडिटर के पास यह आंकड़ा महज 5 टॉल प्लाजा के ऑडिट से ही सामने आ गया. कैग ने यह भी खुलासा किया है कि राजस्व को एनएचआई के कॉनसेशन एग्रीमेंटस से करीब 133 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है.
- कैग ने आयुष्मान भारत योजना में ही रही धांधली का भी पर्दाफाश किया है, जिसमें मृत लोगों को जीवित दिखा कर भुगतान किया गया है और एक ही नंबर से 7.5 लाख लाभार्थियों के जुड़े होने का फर्जीवाड़ा भी उजागर किया है. उपचार के दौरान 88,760 रोगियों की मौत हो गई, पर उनकी मौत के बाद उनसे संबंधित 2,14,923 क्लेम का भुगतान किया गया.
- कैग ने अयोध्या डेवेलपमेंट प्रोजेक्ट में ठेकेदारों को अनुचित लाभ पहुंचाने का घोटाला भी उजागर किया है.अयोध्या डेवेलपमेंट प्रोजेक्ट में ठेकेदारों के गल्ले में करीब 19.73 करोड़ का अनुचित लाभ पहुंचाने का घोटाला भी सामने आया है.
- कैग ने बताया कि ग्रामीण विकास मंत्रालय ने अपनी पेंशन योजनाओं के 2 करोड़ 83 लाख रुपए केंद्र की अन्य योजनाओं के प्रचार में खर्च कर दिये. इस पैसे से तीन पेंशन चलती हैं- बुजुर्ग, विकलांग और विधवा पेंशन. कैग ने एचएएलपर विमान इंजन के डिजाइन प्रोडक्शन में खामियों का गंभीर आरोप लगाया है, जिससे 159 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.
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