Maharashtra : महाराष्ट्र में सियासी संकट लगातार गहराता जा रहा है. शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे लगातार महाराष्ट्र सरकार को चुनौती दे रहे हैं. उनका दावा है कि उनके पास 46 विधायकों का समर्थन है. इस सियासी संकट के बीच सीएम उद्धव ठाकरे असहाय नजर आ रहे हैं. बुलाई गई बैठक में केवल 13 विधायक ही पहुंचे. जानकारी के अनुसार शिवसेना के बागी विधायकों की बैठक में एकनाथ शिंदे ने डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल को हटाने का प्रस्ताव लाने की योजना बनाई है.
वहीं मौजूदा राजनीतिक संकट पर विधानसभा सचिवालय में महाधिवक्ता आशुतोष कुंभकोनी को बैठक के लिए बुलाया है. इस बैठक में 16 बागी विधायकों की सदस्यता रद्द करने की मांग पर कानूनी राय लेने के लिए चर्चा होगी.
बता दें कि शिवसेना ने महाराष्ट्र विधानसभा के डिप्टी स्पीकर को चिट्ठी लिखकर शिवसेना के बागी विधायकों की सदस्यता रद्द करने की मांग की है. अगर उनकी सदस्यता रद्द कर दी जाएगी तो वे फ्लोर टेस्ट में वोट नहीं कर पाएंगे. वहीं विरोधी गुट डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल को ही हटाने का प्रस्ताव लाने की योजना बनाई है.
इसे भी पढ़ें – थानेदार ने पहले महिला SI को मारी गोली, फिर खुद को कर लिया शूट
उद्धव कुछ नहीं कर सकते : शिंदे
शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे का कहना है कि बागियों को अयोग्य करार देने की अर्जी उद्धव की तरफ से दायर नहीं की जा सकती, क्योंकि उनके पास विधायकों का समर्थन ही नहीं है. ऐसे में जारी नोटिस, व्हिप सबको अवैध करार दिया गया था.
शिंदे का दावा है कि उद्धव अल्पमत है, वह सिर्फ विधायकों को डराने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन कोई डरने वाला नहीं. बता दें कि शिवसेना के बागी शिंदे गुट लगातार मजबूत हो रहा है. दिलीप लांडे के गुवाहाटी पहुंचने से बागी शिवसेना विधायकों की संख्या 38 पहुंच गई है. बताया जा रहा है कि कई निर्दलीय विधायक भी गुवाहाटी में उनके साथ हैं.
इसे भी पढ़ें –रांची हिंसा में घायल नदीम एयर एंबुलेंस से भेजा गया दिल्ली, मेदांता में भर्ती