Ranchi: झारखंड में चल रही भोजपुरी-मगही पर भाषा विभाग अब समाप्त हो चुका है. जल्द राज्य में 1932 का खतियान भी लागू कर दिया जाएगा. इसके लिए सरकार सर्वे कर रही है. भाषा विवाद समाप्त कर मुख्यमंत्री ने राज्य की जनता को एक नई सौगात दी है. मैं राज्य के मुख्यमंत्री को धन्यवाद देता हूं. यह बातें शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो ने शनिवार को अपने आवास पर आयोजित प्रेस वार्ता में कही. मंत्री ने कहा कि बाहरी भाषाएं झारखंड में झारखंडयों का हक नहीं छीन सकती हैं. मैंने कैबिनेट में भोजपुरी और मगही को क्षेत्रीय भाषा से हटाने को लेकर आवाज उठाया था. इसके बाद मुख्यमंत्री ने भाषा विवाद पर गंभीरता से विचार करते हुए स्वतः भोजपुरी और मगही को हटाने का निर्णय लिया है. यह स्वागत योग्य फैसला है. कुछ राजनीतिक दलों ने भाषा को लेकर राजनीति करनी शुरू कर दी थी, लेकिन हेमंत सोरेन के आगे किसी की राजनीति नहीं चलेगी.
आंदोलन से नहीं, कैबिनेट में भाषा पर उठाये सवाल पर बदला है मगही और भोजपुरी भाषा का मामला
मंत्री ने कहा कि राज्य में चल रहे आंदोलन से भाषा विवाद पर सरकार ने कोई भी विशेष निर्णय नहीं लिया है. मेरे द्वारा कैबिनेट में भाषा पर उठाये सवाल के कारण सरकार ने यह निर्णय लिया है. उन्होंने कहा कि आंदोलनकारियों द्वारा उचित प्लेटफार्म पर बातें रखनी चाहिए थी, लेकिन आंदोलनकारियों ने अलग रास्ता चुना था. आंदोलनकारियों को समस्या के समाधान के लिए सरकार के पास आना चाहिए था. 2018 में बीजेपी-आजसू की सरकार ने राज्य में भोजपुरी को लाने का काम किया है. हेमंत सोरेन सरकार ने राज्य से भोजपुरी को हटाया है. कुछ दिनों में बचे विवाद को भी हटाने का काम किया जाएगा. वही क्षेत्रीय एवं जनजातीय भाषा को किस आधार पर जिलों में लागू किया गया है इस सवाल पर शिक्षा मंत्री खामोश दिखे.
जातीय आधार पर उर्दू झारखंड में क्षेत्रीय भाषा में शामिल हुई है
मंत्री ने कहा कि उर्दू भाषा को झारखंड के अधिकांश जिलों में क्षेत्रीय भाषा के रूप में शामिल करने का मुख्य कारण जाति आधारित सर्वे हैं. झारखंड के सभी जिलों में मुस्लिम जाति के लोग रहते हैं और उर्दू बोलते हैं. इसलिए अधिकांश जिलों में उर्दू को क्षेत्रीय भाषा के रूप में सरकार में शामिल किया है.
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24 फरवरी को आपदा प्रबंधन की बैठक में राज्य के 7 जिलों में स्कूल खोलने का लिया जाएगा निर्णय
स्कूल खोलने के विषय पर मंत्री जगन्नाथ महतो ने कहा कि 24 फरवरी को आपदा प्रबंधन विभाग की बैठक होनी है. बैठक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मौजूद रहेंगे. 24 तारीख को राज्य के 7 जिलों में बंद स्कूल खोलने का एलान कर दिया जाएगा. उम्मीद यही जताई जा रही है कि 25 फरवरी से राज्य के 7 जिलों में स्कूल खोल दिये जाएंगे. फिलहाल रांची के अलावा पूर्वी सिंहभूम, बोकारो, चतरा, देवघर, सरायकेला और सिमडेगा में 9वीं से ऊपर के क्लास के बच्चे स्कूल जा रहे हैं. इन जिलों में कोरोना का संक्रमण बढ़े होने के कारण ऐसा निर्णय लिया गया. 24 फरवरी के बाद नर्सरी से लेकर आठवीं कक्षा तक के स्कूल इन जिलों में भी खोल दिये जाएंगे.