Shruti Singh
Ranchi : राजधानी के ग्रामीण इलाकों में प्रधानमंत्री आवास योजना का बुरा हाल है. राजधानी में 2016-17 से 2021-22 तक इस योजना के तहत 71764 आवासों के निर्माण करने का लक्ष्य था. यह लक्ष्य 31 मार्च 2023 तक पूरा करना था. लेकिन अबतक सिर्फ 62893 आवास का निर्माण हो पाया है. जबकि 8871 आवासों का काम अधूरा है. ऐसे में सवाल उठता है कि आने वाले 60 दिनों में बाकी बचे 8871 आवास का निर्माण आखिर कैसे पूरा होगा.
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जानें किस प्रखंड में कितने आवास हैं अधूरे
रांची जिले के तमाड़ प्रखंड में सबसे अधिक मकानों का निर्माम कार्य अधूरा हैं. तमाड़ में 1899 आवास का काम लंबित है. इसके अलावा बुंडू में 621, चान्हो में 520, रातू में 250, कांके में 484, राहे में 415, इटकी में 369, अनगड़ा में 210, सोनाहातू में 236, बुढ़मू में 489, ओरमांझी में 226, सिल्ली में 701, मांडर में 685, नगड़ी में 362, लापुंग में 631, बेड़ो में 407, नामकुम में 366 मकान बनना अभी बाकी हैं.
कर्मचारियों की उदासीनता और लापरवाही
प्रखंड और पंचायत स्तर में यह योजना काफी सुस्त है. इसका सबसे बड़ा कारण कर्मचारियों की उदासीनता और लापरवाही बतायी जा रही है. जिले में लगभग 4475 ऐसे आवास हैं जिनका काम लिंटन तक पूरा हो गया है. वहीं कई मकान ऐसे भी है जो पूर्ण हो गये हैं लेकिन आवास कर्मचारी को इसकी जानकारी नहीं हैं. इन सभी लाभुकों को निर्धारित रकम 130000 रूपया के विरुद्ध 125000 रूपया का भुगतान हो चुका हैं.
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