Patna : चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर इन दिनों बिहार में जन सुराज पदयात्रा कर रहे हैं. वो पैदल चल कर लोगों के बीच जा रहे है और लोगों की मन की बात जानने की कोशिश कर रहे है. शुक्रवार को प्रशांत किशोर सीवान जिले के गोरेयाकोठी में जनता को संबोधित कर रहे थे. उस दौरान उन्होंने एक बार फिर नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि नीतीश कुमार की नाव डगमगा रही है. बेचारे रोज मुझे बोलते हैं. कैसे भी मदद कीजिए.
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अगर सरकार में जाना होगा तो कल ही शपथ ले लेंगे
प्रशांत किशोर ने कहा कि अगर सरकार में जाना होगा तो कल ही सरकार में आ जाएंगे. यह सरकार बनाने के लिए नहीं कर रहे वो सिर्फ जनता की भलायी चाहते है. प्रशांत किशोर ने कहा कि अगर बिहार को सुधारना है तो बिना समाज को जगाये हुए बिहार को नहीं सुधार सकते हैं. इसलिए सब कुछ दांव पर लगाकर, अपना घर-परिवार और ऐशो-आराम छोड़कर यह काम करने निकले हैं, ताकि बिहार में एक नई व्यवस्था बनाई जा सके.
वोट सिर्फ जाति और धर्म के नाम दिया जाता है
बता दें कि यह पहली बार नहीं है कि प्रशांत किशोर ने महागठबंधन की पर सवाल उठाया हो. इससे पहले उन्होंने गोपालगंज में कहा था कि आप अगर अपने बच्चों की चिंता नहीं करेंगे तो दुनिया में कोई आपके बच्चे की चिंता नहीं करेगा. पांच वर्ष जनता बैठकर शिक्षा और रोजगार से जुड़ी समस्याओं पर बातचीत करती है, लेकिन जिस दिन मतदान होता है, उस दिन जनता सब भूल जाती है.वोट सिर्फ जाति और धर्म के नाम दिया जाता है, जो जात से बच जाते हैं, वह हिंदू-मुसलमान, चीन-पाकिस्तान और पुलवामा के नाम पर वोट देते हैं.
प्रशांत किशोन ने कहा कि जिस नेता को चुनाव से पहले तक जनता गाली दे रही होती है, उसी नेता को जनता सब भूलकर वोट दे आती है. लोगों ने मोदी जी के नाम पर, पाकिस्तान और पुलवामा के नाम पर वोट दिया, जब पुलवामा और पाकिस्तान के नाम पर वोट दीजिएगा तो आपके गांव में स्कूल कैसे बनेगा.
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