Ranchi : कोरोना की दूसरी लहर में बंद हुए सभी धार्मिक स्थलों को जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी ने जल्द से जल्द खोलने की मांग की है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से उन्होंने कहा है कि दवा के साथ दुआओं से भी कई तरह की परेशानियां दूर होती हैं. ऐसे में चाहिए कि कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए देवघर स्थित बाबा धाम सहित सभी धार्मिक स्थलों को जल्द से जल्द खोलने पर सरकार विचार करें.
#बाबा_बैद्यनाथ_धाम मंदिर के पट खुलें। #देवघर का पांडा समाज मंदिर बंद होने से बुरी तरह प्रभावित हुआ है। मैं उनका दुख समझ सकता हूँ। मैं CM @HemantSorenJMM जी से अनुरोध करता हूँ कि #झारखंड के धार्मिक स्थलों को #Covid19 नियम के तहत खोला जाए@RahulGandhi @vidyarthee @kcvenugopalmp pic.twitter.com/q2kttXalxm
— Dr Irfan Ansari (@IrfanAnsariMLA) July 11, 2021
सीएम ने कहा था कि कोरोना से संबंधित सभी बातों का आकलन कर सरकार लेगी निर्णय
हिंदुओं का पवित्र माह सावन जल्द ही आने वाला है. लेकिन अभी तक सभी धार्मिक स्थल पूरी तरह से बंद हैं. इससे मंदिर से जीविका चलाने वाले लोगों के समक्ष जीविका का संकट खड़ा हो गया है. बीते दिनों देवघर के पंडा धर्मरक्षिणी सभा के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी. इस दौरान प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से बाबा बैद्यनाथ मंदिर को आम श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोलने का आग्रह किया था. इस पर सीएम ने कहा कि खतरा अभी टला नहीं है. ऐसे में आम श्रद्धालुओं के लिए मंदिर को खोलने को लेकर सरकार कोरोना से संबंधित सभी बातों का आकलन कर रही है. उसके बाद ही सरकार कुछ निर्णय लेगी.
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मंदिर बंद होने से आश्रित लोगों के समक्ष जीविका का संकट
कांग्रेस विधायक ने कहा है कि देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ मंदिर विश्वविख्यात मंदिर हैं. यह झारखंड सहित पूरे देश की शान है. लेकिन मंदिर आज बंद है. इससे लाखों श्रद्धालु बाबा बैद्यनाथ मंदिर का दर्शन नहीं कर पा रहे हैं. मंदिर बंद होने से पंडा समाज के लोगों के समक्ष जीविका का संकट आ गया है. ऐसे में उनकी मुख्यमंत्री से आग्रह है कि जल्द से जल्द बाबा बैद्यनाथ मंदिर सहित राज्य के सभी जितने भी धार्मिक स्थल हैं, सभी को खोल दें. इरफान ने कहा कि अब समय आ गया है कि लोगों को दुआओं के साथ दवा भी मिले. दुआओं से बहुत सी बीमारियां और कष्ट दूर हो जाते हैं. इरफान ने विश्वास जताया है कि मुख्यमंत्री इस बात पर विचार करेंगे और जल्द ही कोविड नियमों के तहत सभी धार्मिक स्थलों को खोलने पर निर्णय लेंगे.
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