Patna: बिहार में कोरोना की तीसरी संभावित लहर से बचने के लिए तैयारी शुरू कर दी गई है. पटना सिटी के अगमकुआं स्थित सेंटर ऑफ एक्सीलेंस परिसर में बच्चा मरीजों के लिए बिहार की दूसरी बड़ी आइसी यूनिट तैयार की जा रही है. 40 बेड के आइसीयू को विकसित करने में नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल पूरी तत्परता से लगा है. नवनिर्मित और आकर्षक एमसीएच भवन की दूसरी मंजिल पर सभी अत्याधुनिक चिकित्सकीय संसाधनों से इसे लैस किये जाने का काम तेज हो गया है. अधीक्षक सह शिशु रोग विभाग के अध्यक्ष डॉ. विनोद कुमार सिंह ने बताया कि, मुजफ्फरपुर मेडिकल कॉलेज में नवनिर्मित 100 बेड वाले ICU के बाद 40 बेड के ICU वाला एमसीएच दूसरा अस्पताल होगा.
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सेंटर ऑफ एक्सीलेंस परिसर में नवनिर्मित अस्पताल की दूसरी मंजिल पर व्यवस्था
अधीक्षक सह विभागाध्यक्ष डॉ. सिंह ने बताया कि, एमसीएच में आठ बेड की ICU है. 32 और बेड लगा कर इसे चालीस बेड का किया जाएगा. 11 बेड पर बच्चा मरीज के लिए विशेष वेंटिलेटर लगाया जाएगा. अन्य बेड पर यूनिवर्सल वेंटिलेटर होगा. आइसीयू बेड व वेंटिलेटर के साथ नेबुलाइजर, डीवीटी पंप, मॉनिटर समेत अन्य जरूरी उपकरणों की मांग विभाग से की गयी है. अधीक्षक ने बताया कि चालीस बेड वाला ICU के एक महीना में तैयार हो जाने की उम्मीद है.
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बच्चा मरीज के लिए 11 बेड पर लगेगा विशेष वेंटिलेटर
अधीक्षक ने बताया कि एनएमसीएच के शिशु रोग विभाग में नवजात के लिए 24 बेड की गहन चिकित्सा इकाई, बड़े बच्चों के लिए 15 बेड का पीकू और आठ बेड के इमरजेंसी काम कर रहा है. चालीस बेड को विकसित किया जा रहा है, आइसीयू के कुशल संचालन के लिए विशेषज्ञ चिकित्सक तथा प्रशिक्षित नर्स व कर्मी विभाग में उपलब्ध हैं. इनके लिए समय-समय पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर ICU में बच्चा मरीज के लिए समुचित और बेहतर चिकित्सा सुनिश्चित की जाएगी.
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