Ranchi: झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (JBVNL) उपभोक्ताओं के मीटर को स्मार्ट बनाने में जुटी है. निगम ने दो जिलों के शहरी क्षेत्र में स्मार्ट मीटर लगाने की तैयारी शुरू कर दी है. वहीं, बिजली आपूर्ति अभी भी अनस्मार्ट है. राज्य की जनता पिछले छह साल से सातों दिन 24 घंटे बिजली आपूर्ति का सपना ही देख रही है. अभी तक पूरे राज्य तो दूर राजधानी रांची में भी 24*7 बिजली आपूर्ति संभव नहीं हो पायी है.
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स्मार्ट मीटर के लिए फिर टेंडर
स्मार्ट मीटर के लिए 2018 में निकाला गया टेंडर रद्द हो चुका है. L-1 कंपनी के चयन में गड़बड़ी के बाद विवाद से बचने के लिए JBVNL टेंडर रद्द कर दिया. अब नए सिरे से प्रक्रिया शुरू की गई है. रांची और धनबाद के लिए जेबीवीएनल ने प्रक्रिया शुरू कर दी है. स्मार्ट मीटर का टेंडर जल्द ही निकाले जाने की उम्मीद है. फिलहाल इससे संबंधित सिस्टम को तैयार करने के लिए टेंडर निकाला गया है. इन सब के बीच जनता के सामने 24*7 बिजली आपूर्ति होगी या नहीं यह यक्ष प्रश्न बना हुआ है. क्योंकि राज्य में बिजली के इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में स्थिति अभी खराब है. इस दिशा में पहल कछुए की चाल से चल रही है.
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राज्य में बिजली की कमी
पूर्व की भाजपा सरकार ने 24*7 बिजली आपूर्ति का वादा किया था. जनता इसका इंतजार करती रही और दिन ब दिन 24*7 बिजली आपूर्ति की समय सीमा बढ़ती रही. मौजूदा हेमंत सरकार भी 24*7 बिजली आपूर्ति की बात कह रही है. यह कब तक संभव होगा, कहना मुश्किल है. झारखंड में 2500 मेगावॉट बिजली की कमी है. राज्य के पांचों लाइसेंसी डीवीसी, जुस्को, टाटा स्टील, सेल बोकारो और बिजली वितरण निगम लिमिटेड से 3255 मेगावॉट बिजली की आपूर्ति हो रही है.
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इसके अलावा अन्य स्रोत से भी बिजली ली जाती है. विधानसभा बजट सत्र में प्रश्नकाल के दौरान भी बिजली की कमी से संबंधित सवाल पूछे गए थे. विभाग ने अपने जवाब में 2500 मेगावॉट बिजली की कमी की बात कबूल की थी. यह स्थिति पिछले कई सालों से बनी हुई है. जिसकी मुख्य वजह राज्य में बिजली इंफ्रास्ट्रक्चर को त्वरित गति से ठीक करने पर ध्यान नहीं दिया जा रहा. योजनाओं की गति काफी धीमी है.
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नियामक आयोग की जनसुनवाई में उठा मुद्दा
झारखंडि विद्युत नियामक आयोग द्वारा बिजली दर बढ़ोत्तरी के लिए बुलाई गई जनसुनवाई के दौरान भी यह मुद्दा उठा था. जनसुनवाई में शामिल राज्य के विभिन्न हिस्सों के उपभोक्ताओं ने 24*7 बिजली आपूर्ति को लेकर JBVNL को आड़े हाथों लिया. उपभोक्ताओं ने कहा कि JBVNL केवल 24*7 बिजली आपूर्ति की बात कर रही है. हकीकत यह है कि शहरी क्षेत्र में 17-18 घंटे और ग्रामीण क्षेत्र में 14-15 घंटे से अधिक बिजली आपूर्ति नहीं होती है.
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वहीं कुछ ग्रामीण क्षेत्र में तो 10 से 12 घंटे बिजली आपूर्ति हो रही है. JBVNL ने इंप्रास्ट्रक्चर ठीक करने के लिए उठाए गए कदम और भविष्य में करने वाले कामों के बारे में बताया. पर जिस रफ्तार से काम चल रहा, उसमें 24*7 बिजली आपूर्ति कब तक संभव होगी, यह तो समय ही बता पाएगा.
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