Ranchi : रांची में भी LGBTQ (lesbian, gay, bisexual, transgender and queer or questioning) का प्राइड उत्सव मनाया गया. शनिवार को शहर का अलबर्ट एक्का चौक इंद्रधनुषी झंडों से पट गया. यह शहर के लिए नया और अनोखा नजारा था. जी हां, एलजीबीटीक्यू(LGBTQ) समुदाय के सैकड़ों लोगों ने खुलकर प्राइड उत्सव मनाया. ढोल-नगाड़ों की थाप पर नाचते-गाते हुए समाज के सैकड़ों लोगों ने राज्य सरकार से अपने लिए मूलभूत सुविधाओं की मांग की. एलजीबीटीक्यू(LGBTQ) का झंडा और अपने मांगों की तख्तियां लिए समाज के लोग पदयात्रा करते हुए अल्बर्ट एक्का चौक पहुंचे.
झारखंड में नही हुआ एलजीबीटीक्यू(LGBTQ) के लिए वेलफेयर बोर्ड का गठन
वही उत्थान संस्था के सचिव और एलजीबीटीक्यू समुदाय के लिए काम करने वाले अमरजीत ने कहा कि 2014 में सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार को वेलफेयर बोर्ड बनाने के लिए कहा था, लेकिन आज 7 साल बीत गए. झारखंड में हमारे लिए वेलफेयर बोर्ड का गठन नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि हमारे समाज के लिए इस राज्य में ना तो रोजगार की व्यवस्था है, ना ही शिक्षा की. सरकार हमें आवास योजना से भी नहीं जोड़ा है. पूरे राज्य में हमारे लिए गरिमा गृह (शौचालय) तक नहीं है. ना ही सामुदायिक भवन है. ऐसे में हमारे समाज के लोग आज अपनी बातों को रखने के लिए सड़क पर उतर कर प्राइड उत्सव मना रहे हैं.
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सड़क पर आकर पैसा मांगना हमारी मजबूरी
वहीं प्रदर्शन के दौरान शामिल एलजीबीटीक्यू समुदाय के ट्रांसजेंडरों ने कहा कि झारखंड सरकार के तरफ से हमे किसी तरह की मूलभूत सुविधा नहीं मिली है. यही हमारी मजबूरी है, जिस कारण हमें सड़क पर उतर कर लोगों से पैसे मांगने पड़ते हैं. ताकि हमारा भी जीविकोपार्जन हो सके.
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कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर चलाया जागरुकता
इस दौरान एलजीबीटीक्यू समुदाय के लोगों ने कोरोना से लड़ने के लिए लोगों से वैक्सीनेशन करवाने की अपील की. मोना किन्नर ने कहा कि कोरोना महामारी से पूरा देशभर में लाखों लोग असमय काल के गाल में समा गए. ऐसे में कोरोना से बचाव का एकमात्र रास्ता वैक्सीनेशन ही है.