Ranchi: डीएवी कपिलदेव स्कूल के प्रिंसिपल पर यौन शोषण के आरोप लगा है. इस संबंध में पीड़िता ने अरगोड़ा थाना में डीएवी कपिलदेव स्कूल के प्रिंसिपल पर एफआईआर दर्ज कराया है. अरगोड़ा थाना में दर्ज एफआईआर में पीड़िता ने बताया कि वो स्कूल में बतौर नर्स काम करती है और खूंटी की रहने वाली है. झारखंड की बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें…
प्रिंसिपल का उसके प्रति नजरिया ठीक नहीं
नर्स का आरोप है कि जब से वह स्कूल आई तब से ही स्कूल के प्रिंसिपल का उसके प्रति नजरिया ठीक नहीं था. वह हर दिन उसे ब्लड प्रेशर जांच करवाने के बहाने अपने पास बुलाते थे. ब्लड प्रेशर चेक करने के दौरान वे बार-बार मेरे शरीर के गुप्त अंगों को छूने की कोशिश करते थे. पीड़िता के अनुसार, इस दौरान उसने प्रिंसिपल को डांटा भी लेकिन वह नहीं सुधरे.
नजरअंदाज कर लगातार काम करती रही
पीड़िता के अनुसार, वह बेहद गरीब घर की है,ऐसे में उसके लिए नौकरी की अहमियत बहुत ज्यादा थी. वह प्रिंसिपल के इस व्यवहार को नजरअंदाज कर लगातार काम करती रही. पीड़िता के अनुसार, जैसे-जैसे समय गुजरता गया प्रिंसिपल की हरकतें भी बढ़ती गईं. अब वह उसे व्हाट्सएप के माध्यम से अश्लील वीडियो भेजने लगे. वीडियो भेजने के बाद वह उसे कहते थे कि “तुम वीडियो देखो तब तुम मेरे साथ संबंध बनाने के लिए कन्विंस हो जाओगी.
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छेड़छाड़ शुरू कर देते थे
वह जब भी उनके कमरे में किसी काम के लिए जाती थी तब वह उसे पकड़ कर छेड़छाड़ शुरू कर देते थे. गुप्त अंगों को छूने की कोशिश करता थे. वहीं पीड़िता ने आगे बताया है कि साल 2020 में उसे प्रिंसिपल ने गेस्ट हाउस में शिफ्ट कर दिया और स्कूल की छुट्टी हो जाने के बाद भी अक्सर वहां आने लगे और उसके साथ गंदी-गंदी हरकतें करने लगे. इस दौरान उन्होंने उसे यह लालच भी दिया कि साल 2020- 2021 में डीएवी ग्रुप का एग्जाम होने वाला है, वह उसे प्रश्नपत्र पहले ही दे देंगे. जिसकी वजह से वह पास हो जाएगी और उसकी नौकरी परमानेंट हो जाएगी. किसी भी कीमत पर वह पीड़िता को पाने की इच्छा रखते थे, इसके लिए उन्होंने डीएवी ग्रुप के पेपर्स भी लीक कर दिये.
दुष्कर्म की कोशिश करने लगे
पीड़िता के अनुसार, हद तो तब हो गई जब वे अचानक एक दिन मेरे कमरे में आ गए और मेरे साथ दुष्कर्म की कोशिश करने लगे. इस दौरान उन्होंने मेरे सारे कपड़े भी फाड़ दिए. जब पीड़िता ने प्रिंसिपल को यह धमकी दी कि अगर उसके साथ कुछ भी गलत हुआ तो वह पुलिस में जाकर कंप्लेन कर देगी. इस पर प्रिंसिपल ने उसे धमकाया और कहा कि उसका पुलिस विभाग में ऊंचे कॉन्टेक्ट हैं. उसका कोई कुछ बिगाड़ नहीं पाएगा.
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इधर पीड़िता के अनुसार, तंग आकर उसने स्कूल के कुछ शिक्षकों को पूरा मामला बताया. जिसके बाद स्कूल के शिक्षकों ने प्रिंसिपल के पास जाकर इसका विरोध किया और उसे जमकर खरी-खोटी सुनाई. लेकिन इसके बावजूद प्रिंसिपल के रवैया में कोई बदलाव नहीं आया. पीड़िता के अनुसार, वह एक गरीब घर की लड़की है. उसी के वेतन से उसका पूरा परिवार चलता है. इसी वजह से वह दो सालों से यह सब सह रही थी, लेकिन जब उसने देखा कि अब पानी सिर से ऊपर हो गया है तब वह अरगोड़ा थाने पहुंची और एफआईआर दर्ज कराया.