Medninagar (Palamu) : बेरोजगार संघर्ष मोर्चा के जिलाध्यक्ष उदय राम ने कहा कि एक जनवरी 1892 को पलामू जिला की स्थापना हुई थी. 130 सालों में पलामू का समुचित विकास नहीं हो सका है. यहां के सांसद, विधायक व जिला प्रशासन की उदासीनता के परिणाम है कि विकास में यह जिला पीछे छूट गया है. उक्त बातें जिला अध्यक्ष ने शनिवार को बारोलाटा स्थित जिला कार्यालय में पलामू जिला के 130वां स्थापना दिवस के मौके पर कही. उन्होंने कहा कि आज भी पलामू को अकाल, सुखाड़, पलायन के नाम से जाना जाता है. यह जिला गरीबी, भुखमरी, बेरोजगारी, कुपोषण से ग्रसित है. संजय कुमार ने कहा कि पलामू में बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव है. शिक्षा, चिकित्सा व्यवस्था पूरी तरह से लचर है.
नीति आयोग के डेल्टा रैकिंग में पलामू का 104वां स्थान
मोर्चा के शिवनारायण साव ने कहा कि नीति आयोग की डेल्टा रैकिंग में पलामू को 104वां स्थान है. जबकि पलामू जिला आकांक्षी जिला में शामिल है. इसके बाद भी विकास का काम धरातल पर नहीं उतर सका है. पलामू के समुचित विकास के लिए यहां के सांसद, विधायक और जिला प्रशासन को गंभीरता से काम करने की जरूरत है. इस अवसर पर अनुज राम, अरविंद कुमार, सुरजमल राम, प्रवीण कुमार, प्रदीप राम, नरेश महतो, अनुज पासवान ने भी अपने-अपने विचारों को रखा.
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