Patna : बिहार बोर्ड परीक्षा में प्रश्नपत्र लीक मामला गरमाता जा रहा है. सोशल साइंस का प्रश्नपत्र लीक होने के बाद यह परीक्षा रद्द कर दी गई. बिहार सरकार ने जांच का निर्देश भी दिया है. वहीं विपक्ष अब इस मुद्दे को लेकर सरकार को आड़े हाथों ले रहा है. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सरकार पर सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि मैट्रिक के एग्जाम में लगातार प्रश्नपत्र लीक हो रहे हैं. इससे टैलेंटेड और गरीब परीक्षार्थियों का नुकसान उठाना पड़ता है. सरकार के ढीले रवैये के कारण लगातार ऐसी शिकायतें आ रही हैं. परीक्षा का पेपर लीक ऐसे ही नहीं हो जाता. इसमें अधिकारियों की मिलीभगत होती है. अभी तक किसी अधिकारी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
वहीं, इस पेपर लीक मामले पर जवाब देते हुए शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि आरोपियों पर कार्रवाई की जा रही है. इसकी पुनरावृत्ति नहीं होगी. वहीं, डिप्टी सीएम रेणु देवी ने कहा कि प्रश्नपत्र लीक करने के जो भी दोषी हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई होगी.
इसे भी पढ़ें : नाबालिग के साथ हैवानियत, पड़ोसी ने अगवा कर किया दुष्कर्म, गिरफ्तार
प्रश्नपत्र लीक पर क्या कहना है शिक्षा मंत्री का
बिहार के शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने कहा है कि जो प्रश्न पत्र लीक हुआ है, उसमें आपने देखा कि इससे भी सख्त कार्रवाई की उम्मीद कोई कर सकता था क्या. FIR हुई है, हमारे विभाग के किसी अधिकारी ने लीक नहीं किया. हमारे किसी शिक्षक ने लीक नहीं किया. बैंक के माध्यम से जो प्रश्न पत्र जाता है, उससे लीक हुआ. उसमें कार्रवाई भी की जा रही है. इसका दोहराव नहीं होगा.
कांग्रेस ने कहा, सरकार की गलतियों का नतीजा
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रेमचंद मिश्रा ने कहा है कि सरकार की गलतियों का नतीजा है कि बिहार बोर्ड में कई सालों से कुव्यवस्था है. अलग बात है कि सरकार उसे टालती रहती है. सरकार को जवाबदेही तय करनी चाहिए, लेकिन सरकार ने अबतक उन्हीं अफसरों को जिम्मेदारी दे रखी है. कांग्रेस नेता ने बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर सहित सभी अफसरों को सरकार से हटाने की मांग भी रखी.
इसे भी पढ़ें : धनबाद: ECL के मुगमा कार्यालय में CBI का छापा, एरिया अभियंता रंगेहाथ रिश्वत लेते गिरफ्तार