Ahmedabad : गुजरात दौरे पर पहुंचे कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कल मंगलवार को दाहोद में आदिवासी समाज की रैली को संबोधित किया. बता दें कि राहुल गांधी ने मंच से पिछले कुछ दिनों से नाराज चल रहे गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल की भी चर्चा की. खबर है कि रैली को संबोधित करने के बाद राहुल गांधी जब मंच से नीचे उतरे, तो उन्होंने हार्दिक पटेल से बात की.
सूत्रों के अनुसार राहुल गांधी ने रैली से पूर्व कांग्रेस नेताओं, विधायकों के साथ बैठक की. बैठक में भी नरेश पटेल पर चर्चा की गयी. कांग्रेस विधायकों ने कहा कि जिस तरह पार्टी ने प्रशांत किशोर (पीके) को लेकर स्टैंड साफ किया, उसी तरह नरेश पटेल को लेकर भी रुख साफ किया जाये. इससे जो भ्रम और उहापोह की स्थिति बनी है, वह खत्म हो जायेगी.
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जनता के बीच जाने का संदेश दिया
राहुल गांधी ने कांग्रेस नेताओं और विधायकों को सकारात्मक सोच के साथ जनता के बीच जाने का संदेश दिया.
राहुल गांधी ने संदेश दिया कि कोई भी व्यक्ति संगठन से बड़ा नहीं है. पार्टी सबसे पहले आती है और कोई भी खुद को पार्टी से बड़ा न समझे. कहा कि राज्य सरकार को घेरने का यह सही समय है. इस समय गुजरात प्रदेश और केंद्र की मोदी सरकार बैकफुट पर है. आम जनता महंगाई और सरकार की नीतियों से परेशान है.
नतीजों से पहले हार न मानने की नसीहत दी.
उन्होंने कहा कि 2017 में जब चुनाव प्रचार की शुरुआत की थी तब गुजरात कांग्रेस के नेता ही कह रहे थे कि जीत संभव नहीं है. राहुल गांधी ने कहा कि कुछ दिन बाद यही नेता कहने लगे कि 50 से 60 सीटें आ जायेंगी और जब चुनाव नजदीक आया, हर नेता यह कह रहा था कि हम चुनाव जीत सकते हैं. उन्होंने नेताओं को सकारात्मक सोच के साथ चुनाव मैदान में उतरने, जनता के बीच जाने और असल नतीजों से पहले हार न मानने की नसीहत दी.
जान लें कि हार्दिक पटेल पिछले कुछ दिनों से नाराज चल रहे थे. उनकी नाराजगी की वजह पाटीदार नेता नरेश पटेल के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें बताई जाती रही हैं. गुजरात में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने हैं.