New Delhi : लोकसभा में बुधवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर पेश धन्यवाद प्रस्ताव को लेकर चर्चा शुरू हुई, जिसके बाद विपक्ष की ओर से सबसे पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने अपना पक्ष रखा. राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर सवाल उठाते हुए कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण में बेरोजगारी के बारे में एक शब्द नहीं था. वहीं राहुल गांधी के लोकसभा में दिए एक बयान पर अब विवाद बढ़ता नजर आ रहा है, जिसको लेकर संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने उनको नासमझ नेता करार दे दिया. वहीं केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने राहुल से माफी मांगने की मांग की है. दरअसल, लोकसभा में अपने भाषण में राहुल गांधी काफी एग्रेसिव थे. इस दौरान उन्होंने कहा कि न्यायपालिका, चुनाव आयोग और पेगासस राज्यों के संघ की आवाज को नष्ट करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरण हैं. राहुल गांधी के इस बयान पर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने ट्वीट करते हुए माफी मांगने के लिए कहा है. वहीं मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि राहुल गांधी एक कन्फ्यूज व्यक्ति हैं और कन्फ्यूज व्यक्ति ऐसी ही बात करेगा.
राहुल को बताया नासमझ नेता
प्रल्हाद जोशी ने राहुल को बताया नासमझ नेता लोकसभा में राहुल गांधी के बयान पर केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा कि राहुल गांधी को बोलने का मौका सिर्फ इसलिए मिल रहा है, क्योंकि वे गांधी परिवार से हैं. मोदी जी जहां बैठे हैं, राहुल गांधी और गांधी परिवार वाले सोचते हैं ये मेरा स्थान है. इन्हें बहुत अहंकार है, जो उनसे ऐसी बात करवा रहा है. राहुल गांधी एक कन्फ्यूज व्यक्ति हैं और कन्फ्यूज व्यक्ति ऐसी ही बात करेगा. उन्होंने बार-बार कहा कि भारत एक देश ही नहीं है. जिन बड़े-बड़े उद्योगपतियों के बारे में वे बात कर रहे थे, वे भाजपा कालखंड में थोड़ी हुए हैं. ‘उन्होंने कहा कि भारत कोई देश नहीं है’ वहीं संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने आगे कहा कि वह (राहुल गांधी) एक भ्रमित, नासमझ नेता हैं. उन्होंने कहा कि भारत कोई देश नहीं है. उन्होंने कहा कि चीन का दृष्टिकोण बहुत स्पष्ट है. क्या आप यहां चीन का समर्थन करने आए हैं? तिब्बत की समस्या सिर्फ कांग्रेस की वजह से है.
राहुल को माफी मांगनी चाहिए
इधर, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने अपनी ट्वीट में लिखा कि ना केवल भारत के कानून मंत्री के रूप में बल्कि एक सामान्य नागरिक के रूप में, मैं राहुल गांधी ने भारत की न्यायपालिका और चुनाव आयोग के बारे में जो कुछ भी कहा है, उसकी मैं निंदा करता हूं. ये हमारे लोकतंत्र की महत्वपूर्ण संस्थाएं हैं. राहुल गांधी को तुरंत लोगों, न्यायपालिका और चुनाव आयोग से माफी मांगनी चाहिए.
Not only as India’s Law Minister but also as an ordinary citizen, I condemn what Mr. Rahul Gandhi has said about India’s judiciary and EC.
These are vital institutions of our democracy.
Mr. Rahul Gandhi should immediately apologise to the people, judiciary and EC. https://t.co/FJk2EPpBq5
— Kiren Rijiju (@KirenRijiju) February 2, 2022
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