निरसा : रेल एसपी आलोक प्रियदर्शी 17 नवंबर को कुमारधुबी स्टेशन पहुंचे. उन्होंने स्टेशन के जीआरपी रेलवे प्रभारी अजय कुमार पर लगे आरोपों की जांच की. आरोप सोनारडंगाल निवासी और पेशे से मछली व्यवसायी विक्की खान ने लगाया था. आरोप है कि जीआरपी प्रभारी ने उससे कूलर की मांग की थी, नहीं देने पर प्रताड़ित करना शुरू कर दिया. आरोपों के आवेदन की कॉपी उसने मानवाधिकार संगठन समेत राज्य के मुख्यमंत्री व रेल मजिस्ट्रेट को भी भेजी थी. मानवाधिकार संगठन के संज्ञान लेने पर रेल एसपी मामले की जांच करने पहुंचे थे. आवेदन में विक्की का आरोप है कि ट्रांसफर होकर आने के बाद प्रभारी ने उससे कहा था कि तुम यहां के नामचीन गुंडे हो. शांति से यहां रहना चाहते हो तो तत्काल मुझे एक कूलर लाकर दो. कूलर देने से इंकार करने पर प्रभारी ने परेशान करना शुरू कर दिया. विक्की का आरोप है कि उसने उसी समय प्रभारी से कहा कि मुझ पर जो आरोप लगे थे, उससे अब बरी हो चुका हूं. गरीब आदमी हूं, मछली का व्यवसाय कर परिवार का गुजर-बसर करता हूं. उसी आरोप की जांच करने रेल एसपी कुमारधुबी पहुंचे थे. आवेदन में विक्की ने यह आरोप भी लगाया है कि जीआरपी प्रभारी ने कूलर नहीं देने पर घर जाकर गाली-गलौज की तथा झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी. आरोप है कि इसी वर्ष 8 जून को करीब रात के 2 बजे दून एक्सप्रेस से कोई पॉकेटमार किसी यात्री का बैग कुमारधुबी स्टेशन से पहले झपटकर उतर गया. प्रभारी ने तत्काल मामले की तफ्तीश शुरू की. दूसरे दिन 9 नवंबर को सुबह 9 बजे जीआरपी ने विक्की को पूछताछ के लिए रेलवे स्टेशन बुलाया. विक्की ने जीआरपी को बयान दिया कि उसे इस मामले में कोई जानकारी नहीं है. घटना वाले दिन उसकी साली की शादी थी, जिसमें वह परिवार के साथ व्यस्त था. घर लौटने के बाद जीआरपी प्रभारी ने उसे फोन पर भद्दी-भद्दी गालियां दी. 11 जून को प्रभारी विक्की की तलाशी लेने उसके घर गए. उसे घर में नहीं देखने पर उसके परिवार के साथ गाली-गलौज की.
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