Bhubaneswar : ओडिशा के बालासोर में हुए भीषण ट्रेन हादसे की जांच अब सीबीआई करेगी. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव बताया कि हादसे की सीबीआई जांच की सिफारिश कर दी गई है. हादसे को लेकर कई तरह की बात सामने आ रही है. अब जो जानकारी सामने आई है उसके अनुसार इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग में बदलाव के कारण यह दुर्घटना घटी है. हालांकि पहले खबर आ रही थी कि गलत सिग्नल के कारण यह हादसा हुआ है. इसको लेकर केंद्रीय रेल मंत्री अश्निन वैष्णव ने भी बयान दिया है. उन्होंने कहा कि रेलवे सुरक्षा आयुक्त ने मामले की जांच की है. हादसे के कारण का पता लग गया है. इसके लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान भी कर ली गयी है. आगे बताया कि इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग में बदलाव के कारण यह दुर्घटना हुई है.
बुधवार सुबह तक सामान्य रूट चालू होने की संभावना
बता दें कि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान रविवार को भी सुबह से ही दुर्घटनास्थल पर मौजूद हैं. उन्होंने मरम्मत कार्य का निरीक्षण किया और श्रमिकों की हौसला अफजाई भी की. अश्विनी वैष्णव ने बताया कि तेजी से काम चल रहा है. बुधवार सुबह तक आवागमन बहाली का काम खत्म करने का लक्ष्य है. ताकि इस ट्रैक पर ट्रेनों का संचालन फिर से शुरू हो सके. कहा कि कल रात एक ट्रैक का काम लगभग पूरा हो गया. आज एक ट्रैक की पूरी मरम्मत करने की कोशिश रहेगी. सभी डिब्बों को हटा दिया गया है. शवों को निकाल लिया गया है.
पीड़ित परिवारों को 5-5 लाख और गंभीर रूप से घायलों को एक-एक लाख मुआवजे का एलान
वहीं केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बताया कि मरम्मत का काम लगभग पूरा हो गया है. रेलवे की टीम ने पूरी रात काम किया है. अब मृतकों की पहचान कर कानूनी प्रक्रिया के बाद उन्हें उनके परिवारों तक पहुंचाने का काम जारी है. बताया कि घटना कोलकाता-चेन्नई मेन लाइन पर हुई है. ऐसे में काफी ट्रेनों के रूट को बदला गया है. जबकि कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है. जबकि कई ट्रेनों को शॉर्ट टर्मिनेट किया गया है. इधर ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने हादसे में मरने वाले लोगों के परिवारों के लिए 5-5 लाख के मुआवजे का ऐलान किया है. वहीं गंभीर रूप से घायल लोगों के लिए एक-एक लाख रुपये की मदद का ऐलान किया गया है.
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