Ranchi : मॉनसून का आगाज हो चुका है. राजधानी में सुबह से बारिश हो रही है. बड़ी गाड़ियों में गुजरने वाले अधिकारियों को वैसे तो इस बारिश से कोई परेशानी नहीं हो रही है. लेकिन मॉनसून की इस बारिश से मरीजों की परेशानी जरूर बढ़ गयी है.
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सदर अस्पताल के अंदर नहीं बना रोड, जलजमाव से परेशान हैं मरीज
सदर अस्पताल की नयी बिल्डिंग में जाने वाले रास्ते में पक्की सड़क नहीं बनाई गई है. आलम यह है कि यहां आने वाले मरीजों को इसी रास्ते से होकर गुजरना पड़ता है. लेकिन इस बात का एहसास सदर अस्पताल के वरीय पदाधिकारियों को बिल्कुल भी नहीं है.
बरसात में मरीजों को होती है सबसे अधिक समस्या
रिम्स में कई ऐसी जरूरी जांच हो जो अस्पताल में नहीं हो पाता है. ऐसी परिस्थिति में मरीजों को पीपीपी मोड पर संचालित हेल्थ मैप में जांच के लिए जाना पड़ता है. जांच के लिए अस्पताल से बाहर निकलते ही मरीज के परिजनों को छाता के सहारे उन्हें बारिश से बचना पड़ता है.
एक तो मरीज शारीरिक रूप से परेशान रहता है. दूसरे में बारिश से बचाना परिजनों के लिए एक बड़ी चुनौती हो जाती है.
एमआरआई के लिए अपने मरीज को छाता के सहारे बारिश से बचाते परिजन
गुमला से आए मरीज के परिजन वीरेंद्र ने कहा कि रिम्स में मेरे मरीज का इलाज चल रहा है. चिकित्सक ने एमआरआई करने के लिए कहा है. रिम्स में मशीन नहीं है और बाहर जांच के लिए जाना पड़ा है. बारिश के बीच मरीज को जांच केंद्र तक ले जाना हमारे लिए चुनौती है.
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