Medninagar : धान खरीद में पांच सौ करोड़ का घोटाला मामले में समाजसेवी सह इंटक के कोषाध्यक्ष रामदास साहू ने शुक्रवार को प्रेस वार्ता कर कहा कि यह एक साजिश है. भ्रम फैलाकर लोगों के बीच हमें बदनाम करने की कोशिश की जा रही है, जो नाकाम साबित होगी. पूरी पारदर्शिता के साथ भारतीय खाद्य निगम धान की खरीदारी करती है. जिसका प्रति वर्ष आडिट भी सरकार द्वारा कराया जाता है. कहा कि जहां तक हमारा मामला है, तो मेरा राईस मिल है, जिसका सरकार के साथ अनुबंध है. अनुबंध के अनुसार एफसीआई का 30% धान की कुटाई कर चावल लौटाना पड़ता है. साथ ही राईस मिल चलाने के लिए करार के मुताबिक एफसीआई से धान खरीदना पड़ता है. इसलिए किसानों से धान क्रय में मेरा कोई संबंध नहीं है. कहा कि यदि कोई मुझ पर बेबुनियाद आरोप लगाये, तो उसे सबूत देना होगा. मुझ पर आरोप लगाने वालों को सबूत देना होगा. आरोप लगाने वाले पहले सच्चाई का पता लगाएं. किसी की छवि खराब करना निंदनीय है. नहीं तो मनगढ़ंत आरोप लगाने वाले लोगों के विरुद्ध मानहानि का मुकदमा दर्ज कराऊंगा.
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बदले की भावना से ग्रसित हो कर गलत आरोप लगा रहे हैं
मेरी बढ़ती लोकप्रियता के कारण घबराये लोग राजनीतिक प्रतिद्वंदिता के लिए बदले की भावना से ग्रसित हो कर गलत आरोप लगा रहे हैं. उन्होंने कहा कि जहां तक धान बिक्री का मामला है तो व्यवसायी होने के साथ मैं एक किसान वर्ग से भी आता हूं. सभी फसल पैदा करता हूं. हमारी जमीन का सारा विवरण सरकारी रिकॉर्ड में है. जब हम धान पैदा करते हैं, तो सरकार के पास बेचते भी हैं. धान बेचना गुनाह कैसे हो सकता है. जहां तक दूसरे प्रखंड के विक्रय केन्द्र पर धान बेचने की बात है, तो यह एफसीआई तय करता है. एफसीआई का गोदाम जहां खाली रहता है, एफसीआई संबंधित किसानों को उक्त केंद्र पर अपनी उपज बेचने के लिए सूचना देता है.
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पांकी विधानसभा में हमारी बढ़ती लोकप्रियता से कुछ लोगों को ईर्ष्या होने लगी है. ऐसे ही लोग घबराकर कुछ लोगों के साथ मिलकर साजिश कर हमारी छवि धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं. समय आने पर उन्हें भी जवाब दिया जायेगा. मौके पर कामेश यादव, नौशाद खान, भोला पांडेय, मोहन प्रसाद, जगदीश पांडेय, राजा गुप्ता, राजेन्द्र दूबे, ललन साहू, अजय साहू व कमलेश सिंह सहित कई लोग मौजूद थे.
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