– यूपीए-एनडीए में कांटे के संघर्ष के आसार
– रामगढ़ में आज रहेगा सार्वजनिक अवकाश
Ranchi: राज्य में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में गठित यूपीए सरकार एक बार फिर से उपचुनाव का सामना करेगा. राज्य सरकार गठन के बाद यह यूपीए और एनडीए के लिए पांचवां उपचुनाव होगा. अब तक हुए सभी चार विस उपचुनाव में यूपीए ने बाजी मारी है. एनडीए को चारों उपचुनाव में हार का सामना करना पड़ा है. 27 फरवरी को रामगढ़ विधानसभा का उपचुनाव होने जा रहा है. इस चुनाव में जहां निवर्तमान कांग्रेस की विधायक ममता देवी के पति बजरंग महतो चुनाव मैदान में हैं. वहीं एनडीए की ओर से एक बार फिर आजसू ने चंद्रप्रकाश चौधरी की पत्नी सुनीता चौधरी को चुनाव मैदान में उतारा है. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या यूपीए अपने उपचुनाव के रिकॉर्ड को कायम रख पाता है या फिर एनडीए विजयी हासिल करके लगातार चार चुनावी हार का सिलसिला तोड़ पाता या नहीं.
इससे पूर्व शनिवार को शाम प्रचार समाप्त होने के बाद रविवार को प्रत्याशियों व नेताओं ने बूथ पर जोर लगाया. घर-घर जाकर प्रत्याशी एवं नेताओं ने लोगों से समर्थन मांगा. अब 27 को रामगढ़ की जनता वोट डालेगी और अपना नया जनप्रतिनिधि किसे चुनती है. रामगढ़ में कुल मतदाताओं की संख्या 3,35,734 है, जिनमें से 1,73,550 पुरुष व 1,62,184 महिला मतदाता हैं. उपचुनावों में यहां कुल 405 मतदान केंद्रों पर मतदान होगा. 27 फरवरी को रामगढ़ में सार्वजनिक अवकाश की घोषणा हो चुकी है. ये मतदाता अपना अगला विधायक चुनेंगे.
सुबह 7 बजे से होगी वोटिंग
27 फरवरी को सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक मतदान होना है. कुल 233 भवनों में 405 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. इनमें रामगढ़ प्रखंड में 118, दुलमी प्रखंड में 64, चितरपुर प्रखंड में 70 व गोला प्रखंड में 153 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. कुल 55 सेक्टर एवं 10 क्लस्टर बनाए गए हैं. मतदान कर्मियों एवं मतदान सामग्री को सुरक्षा उपलब्ध कराने के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की उपलब्धता सुनिश्चित कराई गई है.
अफसर और पोलिंग पार्टी पहुंचे
रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव को लेकर कल (27 फरवरी) मतदान होना है. रविवार को रामगढ़ कॉलेज परिसर से सेक्टर अधिकारी और पोलिंग पार्टी को रवाना हो गए. मौके पर मौजूद डीसी माधवी मिश्रा ने मतदान कार्य में लगे 2025 कर्मचारियों को शांतिपूर्ण व कदाचार मुक्त चुनाव संपन्न कराने की बात कही। डीसी ने सभी कर्मचारियों को शुभकामना देते हुए रवाना किया.
अधिकारियों ने डिस्पैच सेंटर का जायजा लिया
डीसी ने बताया कि रामगढ़ विधानसभा में कुल 335734 मतदाता हैं, जिनमें 173550 पुरुष व 162184 महिला मतदाता हैं. डीसी माधवी मिश्रा, एसपी पीयूष पांडे सहित अन्य वरीय अधिकारियों ने डिस्पैच सेंटर पर उपस्थित रहकर कार्यों का जायजा लिया. डीसी ने मतदान कर्मियों को उपलब्ध कराई जा रही सामग्रियों व अन्य कार्यों का जायजा लेने के क्रम में सभी सेक्टर दण्डाधिकारियों एवं मतदान पदाधिकारियों को शांतिपूर्ण एवं कदाचार मुक्त तरीके से मतदान संपन्न कराने का निर्देश दिया.
तय समय पर मतदान शुरू कर देने का निर्देश
डीसी माधवी मिश्रा ने सभी सेक्टर दंडाधिकारी व मतदान पदाधिकारियों को मतदान के दिन समय का विशेष रूप से ध्यान रखने एवं निर्धारित समय पर मतदान शुरू कर देने का निर्देश दिया. उन्होंने प्रशिक्षण के दौरान बताई गई बातों को ध्यान में रखते हुए कार्य करने का निर्देश दिया.
इस कारण हो रहा है उपचुनाव
रामगढ़ से कांग्रेस की पूर्व विधायक ममता देवी को गोला गोलीकांड में हजारीबाग की अदालत ने 5 साल की सजा सुनाई, जिसके कारण ममता देवी की विधानसभा सदस्यता खत्म हो गई. इस कारण रामगढ़ में उपचुनाव हो रहा है.
चुनाव में सीएम हेमंत सोरेन समेत कई नेताओं ने झोंकी ताकत
यह उपचुनाव यूपीए और एनडीए दोनों के लिए काफी अहम माना जा रहा है. इसको देखते हुए खुद मुख्यमंत्री ने हेमंत सोरेन दो चुनावी सभा की और एक रोड शो करके यूपीए प्रत्याशी को जिताने की अपील की. कांग्रेस की ओर से खुद झारखंड प्रभारी अविनाश पांडेय ने मोर्चा संभाले रखा. प्रदेश कांग्रेस के सारे मंत्री, विधायक और नेताओं ने कोई कसर नहीं छोड़ी. वहीं एनडीए की ओर से खुद आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो और सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी ने तो लगातार प्रचार किया.भाजपा के तीनों पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, अर्जुन मुंडा और रघुवर दास के अलावा प्रदेश अध्यक्ष सह राज्यसभा सदस्य दीपक प्रकाश और आदित्य साहू समेत तमाम पदाधिकारियों ने चुनाव प्रचार किया.
मुकाबला यूपीए और एनडीए के बीच
इस उपचुनाव में मुख्य मुकाबला यूपीए के प्रत्याशी बजरंग महतो और एनडीए की सुनीता चौधरी के बीच है . कांग्रेस से बजरंग महतो पूर्व विधायक ममता देवी के पति हैं, जबकि आजसू पार्टी से सुनीता चौधरी गिरिडीह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी की पत्नी हैं. चंद्रप्रकाश चौधरी रामगढ़ से तीन बार चुनाव जीत चुके हैं. सांसद बन जाने के बाद उन्होंने साल 2019 में अपनी पत्नी को चुनाव मैदान में उतारा था, लेकिन उन्हें जीत नहीं मिली. इन दोनों प्रमुख प्रत्याशियों के अलावा झारखंड पार्टी के संतोष कुमार महतो और नवोदय जनतांत्रिक पार्टी के सुमन कुमार मैदान में हैं. निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अजीत कुमार, इमाम सफी, कामदेव महतो, तुलेश्वर कुमार पासवान, धनंजय कुमार पासवान, धनंजय पुटूस, पांडव महतो, प्रदीप कुमार, मनोज बेदिया, महिपाल महतो, रंजीत महतो, रामावतार महतो, सहदेव कुमार और सुलेंद्र महतो भी चुनाव मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. इनमें कुछ प्रत्याशी अभ्यर्थी हैं, जो प्रतीकात्मक रूप से नियोजन नीति को लेकर सरकार के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं. कुल 20 प्रत्याशियों ने नामांकन किया था, जिनमें से दो लोगों का नामांकन रद्द हो गया.
हेमंत के शासन काल में पांचवां उपचुनाव
रामगढ़ उपचुनाव राज्य में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में सरकार गठन के बाद ये पांचवां उपचुनाव है. इससे पहले दुमका, बेरमो, मधुपुर और मांडर विधानसभा सीट पर उपचुनाव हो चुके हैं. मधुपुर और दुमका उपचुनाव में जेएमएम प्रत्याशियों को जीत मिली थी, जबकि बेरमो और मांडर सीट कांग्रेस के खाते में गई थी. बीजेपी को अभी तक एक भी उपचुनाव में जीत का स्वाद चखने को नहीं मिला है. लेकिन इस बार के उपचुनाव में खास बात यह है कि पिछली बार हुए चुनाव में भाजपा, आजसू और जेवीएम अलग- अलग लड़ी थी, लेकिन इस बार नजारा अलग है. जेवीएम का भाजपा में विलय हो गया है और बीजेपी ने आजसू के प्रत्याशी को समर्थन दिया है. इसलिए इस बार यूपीए प्रत्याशी बजरंग महतो के लिए राह आसान नहीं है.