रोजे खान और उनकी टीम ने राजस्थानी लोक नृत्य और वाद्य यंत्रों से लोगों का मन मोह लिया
Ramgarh: भारत के सांस्कृतिक विरासत को बचाने के लिए साल 1977 में स्पिक मौके संस्था की स्थापना हुई थी. स्पिक मौके झारखंड में चलने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों के पायलट प्रोजेक्ट के तहत राजस्थान की लोक संस्कृति को प्रमुख कलाकारों के माध्यम प्रस्तुत कर रहा है. इसी कड़ी में बुधवार को कलाकारों ने डीएवी बरकाकाना में लोक संस्कृति की शानदार प्रस्तुति दी. मौके पर डीएवी बरकाकाना के मासूम बच्चों ने रोजे खान और उनकी टीम को हरित पौधा और पुष्प प्रदान कर स्वागत किया. रोजे खान ने बताया कि वह पिछले 28 वर्षों से स्पिक मौके संस्था से जुड़े हुए हैं. भारत की खूबसूरत संस्कृति को जन-जन तक पंहुचाने का सार्थक प्रयास कर रहे हैं.
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पधारो म्हारे देश… लोकगीत पर थिरके उठे स्कूल के विद्यार्थी
राजस्थान के लोक नृत्य और वाद्य यंत्रों को प्रस्तुत करने के लिए रोजे खान की टीम में सारंगी पर हुसैन खान, ढोलक पर बूटा खान, मूरचंग एवं करताल पर देबू खान, हारमोनियम पर फकीर खान, मंजीरा पर रूपनाथ कालबेलिया और गायक के रूप में शाहरुख खान-रोजे खान ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. नृत्य की शानदार प्रस्तुति मोहिनी सीमा और प्रियंका कालबेलिया ने दी. सबसे पहले रोजे खान की टीम ने महाराज गजानन आओ जी गीत प्रस्तुत किया. इसके बाद केसरिया बालमा पधारो म्हारे देश… लोकगीत पर विद्यालय के सभी बच्चे थिरक उठे. मोहनी कालबेलिया ने सर के ऊपर बेलिया और मुंह में तलवार पकड़कर तेरा वाली नृत्य प्रस्तुत किया.
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