कोलकाता से आए 25 कारीगरों की टीम ने सजाया माँ छिन्नमस्तिका का दरबार
माँ छिन्नमस्तिका मंदिर को अपने खर्च से सजाती हैं एआईएमआईएल नामक दवा कंपनी
Ramgarh: चैत्र नवरात्र के चौथे दिन शुक्रवार को मां छिन्नमस्तिका मंदिर को खूबसूरत फूलों से आकर्षक ढंग से सजाया गया है. इसके साथ ही रात में रंग बिरंगी रोशनी से माता का दरबार जगमगाने लगता है. छिन्नमस्तिका मंदिर में भक्तों के आने का सिलसिला हर दिन बढ़ता ही जा रहा है. लोग यहां सेल्फी लेने के लिए उत्सुक नजर आते हैं. कोलकाता से आए कारीगरों ने एक सप्ताह तक दिन रात मेहनत कर मंदिर को खूबसूरत ढंग से सजाया है. छिन्मस्तिका मंदिर के पुजारी असीम पंडा और शुभाशीष पंडा, ने बताया कि मंदिर की सजावट काफी आकर्षक ढंग से किया गया है. उन्होंने आगे बताया की छिन्नमस्तिका मंदिर दिन में मनमोहक और खूबसूरत खुशबूदार फूलों की सजावट दिखेगी, तो शाम ढलते रंग बिरंगी रोशनी से माता का दरबार नहाता नजर आएगा. मंदिर को सजाने में कोलकाता से आए 25 कारीगरों की टीम सजावट को अंतिम रुप दिया है.
इसे भी पढ़ें-धनबाद : महिला की संदिग्ध मौत, पति हिरासत में
देवड़ी और भद्रकाली मंदिर में भी की जाएगी फूलों की सजावट
पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर से आए कारीगर राजू कुमार ने बताया कि उनके साथ 25 कारीगरों की टीम काम कर रही है. हर वर्ष शारदीय और चैत्र नवरात्रि के अवसर पर एआईएमआईएल नामक दवा कंपनी देशभर के कई प्रसिद्ध मंदिरों में विभिन्न तरह के फूलों से सजावट करती है. कारीगर राजू कुमार के अनुसार दवा कंपनी द्वारा झारखंड के बुंडू स्थित देवड़ी मंदिर, इटखोरी के माता भद्रकाली मंदिर में भी फूलों से सजावट की जा रही है. उन्होंने आगे कहा कि शारदीय और चैत्र नवरात्र के मौके पर जम्मू कश्मीर स्थित माता वैष्णो देवी, असम के कामरूप कामाख्या और पंजाब के अमृतसर स्थित दुर्गा मंदिर को भी कंपनी द्वारा आकर्षक फूलों से सजाया गया है. जिसका सारा खर्च एआईएमआईएल नामक दवा कंपनी उठाती हैं.
इसे भी पढ़ें-गिरिडीह : खरखरी में दो गुटों में हिंसक भिड़ंत, आधा दर्जन जख्मी
चौथे दिन हुई मां कूष्मांडा की पूजा
चैत्र नवरात्रि के चौथे दिन शुक्रवार को माता कूष्मांडा की पूजा हुई. इस अवसर पर सिद्धपीठ रजरप्पा स्थित छिन्नमस्तिका मंदिर के प्रांगण के विभिन्न हवन कुंडों में बैठे साधकों ने माता कुष्मांडा की पूजा की. आचार्य रामशरण गिरी बाबा ने बताया कि इनके पूजा मन से करने से मां सभी की मनोकामनाओं को पूर्ण करती है.