Ramgarh: एनटीपीसी ने बायोडायवर्सिटी पॉलिसी जारी की. एनटीपीसी ने जैव विविधता के संरक्षण, पुनर्वास और इसे बढ़ावा देने के लिए बायोडायवर्सिटी पॉलिसी 2022 जारी की. जानकारी के अनुसार बायोडायवर्सिटी पॉलिसी एनटीपीसी की पर्यावरण नीति का हिस्सा है. एनटीपीसी समूह के सभी पेशेवरों को सहयोग करने के लिए यह नीति बनायी गई है. ताकि वे इस क्षेत्र में निर्धारित लक्ष्यों को हासिल करने में योगदान दे सकें.
बताया जाता है कि विद्युत जगत की जैव विविधता की अवधारणा को एनटीपीसी की मूल्य श्रृंखला में शामिल करना चाहती है. जैव विविधता के स्थायी प्रबन्धन के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाना चाहती है. ताकि एनटीपीसी की सभी यूनिट्स के आसपास धरती की जैव विविधता को बनाए रखा जा सके. यह नीति एनटीपीसी के कार्यक्षेत्रों में उन प्रजातियों को सुरक्षित करने में कारगर होगी, लो विलुप्ति के कगार पर है. एनटीपीसी सार्वजनिक क्षेत्र की पहली उपक्रम है जिसने 2018 में जैव विविधता नीति जारी की.
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इसी साल एनटीपीसी इंडिया बिज़नेस एंड बायोडायवर्सिटी इनीशिएटिव (आईबीबीआई) की सदस्य बन गई. एनटीपीसी जैव विविधता के क्षेत्र में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्थानीय समुदायों, संगठनों, विनियामक एजेन्सियों और अनुसंधान संस्थानों के साथ साझेदारी भी कर रही है. इसके अलावा एनटीपीसी जैव विविधता के संदर्भ में, पर्यावरण, वन, वन्यजीवन और समुद्रतटीय क्षेत्र से जुडे सभी नियमों व कानूनों का अनुपालन करेगी. साथ ही अपने परियोजना क्षेत्रों में हरित कवर की योजना पर भी काम करेगी.
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