Ranchi : राजधानी में इन दिनों विभिन्न चौक चौराहों पर अलबर्ट एक्का और तेलंगा खड़िया चौक पर विभिन्न एजेंसियों ने पोस्टर बैनर लगाया है. जिसका विभिन्न आदिवासी समुदाय ने विरोध किया है. समुदाय ने प्रशासन से गुहार लगाया है कि शहीद स्थलों पर लगाये गये पोस्टर को हटाया जाए. ताकि सभी शहीदों को उचित सम्मान मिल सके. इस मौके पर केंद्रीय सरना समिति के केंद्रीय अध्यक्ष फूलचंद तिर्की ने कहा कि आदिवासी वीर शहीदों के स्मारक स्थलों के पास विभिन्न एजेंसियों की ओर से लगाये गये विज्ञापन के बैनर पोस्टर लगाने पर विरोध प्रकट किया है.
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महापुरुषों का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगी- फूलचंद तिर्की
फूलचंद तिर्की ने कहा कि आदिवासी वीर शहीदों ने जल, जंगल और जमीन के लिए अंग्रेजों व साहूकारों के अत्याचार व शोषण के खिलाफ लड़ाई लड़ी. साथ ही समाज की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी. भगवान बिरसा मुंडा को पकड़ने के लिए डोम्बारी बुरु में अंग्रेजों द्वारा सैकड़ों निर्दोष लोगों को गोलियों से भून दिया गया. अमर शहीद वीर बुद्धू भगत को पकड़ने के लिए हजारों लोगों की अंग्रेजों ने गोली मारकर हत्या कर दी. जिससे आज भी वहां की धरती लाल है, जो गुमनामी के अंधेरे में है. जिन्हें आज तक उचित सम्मान नहीं मिला. इससे आगे कहा कि आदिवासी समाज महापुरुषों का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगी.
शहीद स्थलों पर लगाये गये पोस्टर को जल्द हटाये जाए- रतन तिर्की
पूर्व टीएसी सदस्य रतन तिर्की ने कहा कि राज्य के शहीद स्मारक स्थलों पर किसी प्रकार के व्यवसायिक विज्ञापन, सामाजिक धार्मिक संगठनों संस्थानों, राजनीतिक दलों के झंडे बैनर पर प्रशासन द्वारा रोक लगाई गई है. इसके बावजूद अलबर्ट एक्का चौक में पुनः धर्म समुदाय विशेष झंडे लगाए गए हैं. जो परमवीर अल्बर्ट एक्का का अपमान है. इससे समाज समुदाय और सजग सामाजिक संगठनों व कार्यकर्ताओं के बीच ग़लत संदेश जाता है.
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