Ranchi : महाधर्मप्रांतीय युवा संघ ने क्रिसमस मिलन समारोह का आयोजन सोशल डेवलपमेंट सेन्टर में किया. इस मौके पर मिस्सा पूजा के साथ-साथ रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये. समारोह में रांची महाधर्मप्रांत के विभिन्न पल्लियों से आये युवाओं ने बढ़ चढ़कर भाग लिया. इसी के साथ-साथ संत मारिया महागिरजा प्रांगण में भी पल्लीस्तरीय क्रिसमस युवा सम्मेलन का आयोजन किया गया.
ईसा मसीह के मूल्यों पर युवाओं को चलना चाहिए- फादर डेविड खलखो
पल्ली पुरोहित फादर डेविड खलखो के संरक्षण में इस सम्मेलन का आयोजन किया गया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि ईसा मसीह के मूल्यों के आधार पर हर युवा को जीना चाहिए. वहीं उर्सुलाइन धर्मसंघ की प्रोविंशियल सिस्टर सुचिता शालिनी खलखो ने कहा कि क्रिसमस त्योहार विनम्र एवं तोहफा का प्रतीक है. जबकि फादर प्रफुल बड़ा ने कहा कि ईसा मसीह का जन्म पर्व ईश्वर का इंसान के प्रति प्रेम का चिन्ह है.
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युवाओं को जागरूक रहने की जरूरत- बंधु तिर्की
महाधर्मप्रान्तीय क्रिसमस सम्मेलन के मुख्य अतिथि भूतपूर्व शिक्षा मंत्री बंधु तिर्की थे. उन्होंने अपने उद्बोधन में आदिवासी अधिकार संबंधी जानकारी दी और यवाओं को जागरूक रहने की नसीहत दी. वहीं राज्यसभा सांसद महुआ माझी ने क्रिसमस त्योहार की बधाई देते हुए कहा कि शिक्षा के प्रचार-प्रसार और झारखंड राज्य के विकास में ईसाई मिशनरियों का बहुत बड़ा योगदान रहा है. उन्होंने सरकार की योजनाओं का लाभ लेने को कहा.
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ईसाई समुदाय का प्रमुख त्योहार माना जाता है क्रिसमस
क्रिसमस सम्मेलन का शुभारंभ पवित्र मिस्सा बलिदान से हुआ. इसके मुख्य अनुष्ठाता फादर चन्द्रकान्त कुमार थे. उन्होंने अपने प्रवचन में क्रिसमस तथा उसके पूर्व की तैयारी, जिसे आगमन काल कहा जाता है, को अर्थपूर्ण बतलाया. प्रज्ञा कुजूर और श्रवण सोनू कुजूर ने मंच का सफल संचालन किया. सम्मेलन को सफल बनाने में राँची धर्मप्रान्तीय युवा संघ के संचालक फादर सुमित खलखो एवं संयोजक कुलदीप तिर्की, अर्चना एक्का तथा युवा समिति की अहम भूमिका रही है. अनिशा तिर्की के आभार प्रस्तुति के साथ क्रिसमस सम्मेलन संपन्न हो गया. बता दें कि मसीही विश्वासियों का प्रमुख पर्व क्रिसमस है. 25 दिसंबर को पूरी दुनिया में पूरे हर्षोल्लास और धूमधाम के साथ प्रभु ईसा मसीह का जन्मदिन मनाया जाता है. त्योहार को लेकर बुजुर्ग, युवाओं, महिलाओं और खासकर बच्चों में खास उत्साह रहता है.