Ranchi : सीआईडी की साइबर क्राइम ब्रांच की टीम ने रांची में अंतर्राष्ट्रीय कॉल सेंटर के नाम पर चल रही ठगी के नेटवर्क खुलासा किया है. इस मामले को लेकर दूसरे दिन मंगलवार को भी सीआईडी की रेड जारी है. सीआईडी की टीम कोतवाली थाना क्षेत्र के हरमू रोड स्थित बीएम हाइट्स के तीन कॉल सेंटर में जांच कर रही है. सीआईडी की टीम ने कॉल सेंटर के सभी उपकरणों को सील कर दिया है और वहां के कर्मचारियों से गहन पूछताछ की जा रही है. इस मामले में दो लोगों की गिरफ्तारी की भी सूचना है. जिसमें कॉल सेंटर संचालक एकरामुल अंसारी और रविकांत शामिल हैं.
सीआईडी और आई4सी ने किया रेड
सीआईडी के साइबर क्राइम ब्रांच को यह शिकायत मिली थी कि रांची के किशोरगंज चौक स्थित एक कार्यालय से विदेशी नागरिकों को फोन कर इंटेलिजेंस एजेंसी के नाम पर धमका कर पैसों की ठगी की जा रही है. जानकारी मिलने पर सीआईडी की टीम ने सोमवार की देर शाम रांची के किशोरगंज स्थित बीएम हाइट में चल रहे अंतर्राष्ट्रीय कॉल सेंटर में रेड की. जांच में यह बात सामने आयी है कि एक एकरामुल अंसारी और रविकांत नाम के दो व्यक्तियों द्वारा रिकी कंसलटेंसी सर्विसेज, जीजी इन्फोटेक और आरोग्य ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड के नाम से फर्जी कॉल सेंटर चलाया जा रहा था. फर्जी कॉल सेंटर से इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के लोगों को इंटरनेट कॉलिंग सॉफ्टवेयर से कॉल किया जाता था. जिसमें उन्हें बताया जाता था कि वह इंटेलिजेंस एजेंसी से बोल रहे हैं. यह गिरोह विदेश के लोगों को ईमेल रिमोट डेस्कटॉप एप्लीकेशन का प्रयोग कर ठगी कर रहे थे.
30 लोग कर रहे थे काम
अंतर्राष्ट्रीय कॉल सेंटर के नाम पर चल रहे इस फर्जीवाड़ा को अंजाम देने के लिए संचालकों ने 30 आईटी एक्सपर्ट को बहाल कर रखा था. कॉल सेंटर में दोनों शिफ्ट में काम चल रहा था. कॉल सेंटर में काम करने वाले सभी युवक युवतियों से सीआईडी की टीम आज पूछताछ करेगी. जांच में खुलासा हुआ है कि विदेशी नागरिकों के सिस्टम के तकनीकी कमी को दूर करने को लेकर प्रोटॉन मेल भेजते थे. वही निजी डाटा हासिल करने के बाद खुद को इंटेलिजेंस एजेंसी बता उगाही करते थे.