Ranchi: हेमंत सरकार के एक वर्ष पूरे होने पर बीजेपी ने सरकार की कमियां गिनवाईं हैं जिसपर प्रदेश कांग्रेस ने भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए भाजपा द्वारा जारी आरोप पत्र को झूठ का पुलिंदा करार देते हुए कहा कि किसानों के हित की बात करने वाले भाजपा नेताओं को यह बताना चाहिए कि पिछले एक महीने से अधिक समय से तीन करोड़ किसान राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली के ईदगिर्द क्यों डेरा जमाये हुए है, इस दौरान 32 किसानों को अपनी शहादत क्यों देनी पड़ी है, किनके इशारे पर केंद्र की भाजपा नेतृत्व वाली एनडीए सरकार देश के 80 करोड़ से अधिक किसानों की मांग को दरकिनार करने में लगी हुई है.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के विदेश दौरे पर सवाल उठाने वाले भाजपा नेताओं को यह भी बताना चाहिए कि क्या किसानों के हित के खिलाफ राहुल गांधी द्वारा कानून बनाया गया है, क्या उन्हें कानून वापस लेना है. भाजपा नेताओं को राहुल गांधी के विदेश यात्रा पर सवाल उठाने वाले भाजपा नेताओं को यह बताना चाहिए कि देश के विदेश मंत्री को दरकिनार कर कोरोना काल के पहले तक लगभग हर महीने विदेश दौरा करने वाले प्रधानमंत्री की इस विदेश यात्रा से देश को कितना फायदा हुआ.
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सवाल उठाने से पहले किसानों पर करें विचार
अल्पसंख्यकों की अनदेखी करने का आरोप लगाने वाले भाजपा नेताओं को यह भी बताना चाहिए कि उनके द्वारा कितने मुस्लिम अल्पसंख्यकों को चुनाव में टिकट दिया जाता है. खूंटी इलाके में 10 हजार से अधिक ग्रामीणों पर देशद्रोह का मुकदमा करने वाले नेता अब सामाजिक कार्यकर्त्ता स्टेन स्वामी पर सवाल उठाते हैं, तो उनके सामाजिक जीवन में सक्रिय रहने पर ही स्वतः सवाल उठते हैं, जहां तक वंशवाद की राजनीति की बात है तो भाजपा ऊपर से लेकर नीचे तक पूरे देश में अव्वल है.
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने कहा कि भाजपा नेता आज झारखंड में किसानों को खाद-बीज उपलब्ध कराने की बात कह रहे है, जबकि इन्हीं भाजपा नेताओं और इनके पूंजीपति मित्रों के कारण देशभर के किसान अपने हक और अधिकार की मांग को लेकर आंदोलनरत हैं भ्रष्टाचार की बात करने वाले नेता आज जब जांच में पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास और उनके करीबियों के खिलाफ सबूत मिलने शुरू हो गये, तो इधर-उधर की बात करने लगे हैं.
उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में अपराधियों और नक्सलियों के खिलाफ जब पुलिसिया कार्रवाई में तेजी आयी है, तो योजनाबद्ध तरीके से एक साजिश के तहत पुलिस बल का मनोबल गिराने का प्रयास किया जा रहा है. कोरोना काल में पुलिस का मानवीय चेहरा पूरे देश में उदाहरण बना है. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण और तमाम विपरीत परिस्थितियों में राज्य सरकार ने आज अपने संसाधनों के माध्यम से किसानों के 50 हजार रुपये की कर्जमाफी की योजना को अमलीमाजा पहनाने का काम किया है, जबकि प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को विदेशों में उच्च शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए छात्रवृति योजना की शुरुआत की गयी.
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कई विभागों में हुई नियुक्ति
इसके अलावा खेलकूद, शहरी विकास, टीवीएनएल और स्वास्थ्य विभाग में हुई नियुक्ति के बाद चयनित अभ्यर्थियों के बीच नियुक्ति पत्र का वितरण किया. इसके अलावा झारखंड खेलनीति का अनावरण किया गया और सीएसआर नीति का भी शुभारंभ हुआ. समारोह में विभिन्न विभागों की 20 योजनाओं का उदघाटन, 12 ग्रामीण पेयजलापूर्ति और 38 पेयजलापूर्ति योजनाओं के साथ ही अरबों रुपये की परिसंपत्तियों का वितरण किया जाना यह दर्शाता है कि गठबंधन सरकार आम जन के कल्याण और विकास के लिए प्रतिबद्ध है.
प्रदेश अध्यक्ष सह खाद्य आपूर्ति मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव के नेतृत्व में राज्य के 15 लाख परिवारों को राशन कार्ड उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया. इसके तहत झारखंड राज्य खाद्य सुरक्षा योजना अंतर्गत लाभुकों के बीच राशन कार्ड का वितरण भी शुरू हुआ है. इसके अलावा कृषि विभाग की दो प्रमुख योजना फसल राहत योजना और मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना से लाखों किसानों को लाभ मिलेगा.
संकट के समय दिया रोजगार
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता लाल किशोरनाथ शाहदेव ने कहा कि प्रवासी मजदूरों को लॉकडाउन में घर वापस लाने पर सवाल उठाने वाले भाजपा नेताओं और उनके 17 वर्षां के कार्यकाल के कारण ही लाखों लोगों को पलायन का सामना करना पड़ा, राज्य सरकार ने न सिर्फ इन्हें हवाईजहाज, स्पेशल ट्रेन और यात्री बस के माध्यमों से वापस लाया, बल्कि उन्हें संकट के समय रोजगार भी उपलब्ध कराने का काम किया. ग्रामीण विकास और मनरेगा के माध्यम से प्रति दिन लाखों मानव दिवस सृजन कर रोजगार उपलब्ध कराया गया.
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता राजेश गुप्ता छोटू ने कहा कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश को आज होर्डिंग और अखबारों में विज्ञापन पर सवाल उठाने के पहले मोमेंटम झारखंड और एक लाख युवाओं को रोजगार देने के नाम पर हुए महाघोटाले की जांच की बात करनी चाहिए. पूर्ववर्ती रघुवर दास सरकार पांच वर्षां तक सिर्फ होर्डिंग-बोर्डिंग, विज्ञापन और इवेंट मैनेजमेंट के माध्यम से ही सरकार चलाने का काम किया. पांच वर्षां में इवेंट मैनेजमेंट अरबों रुपये जनता की गाढ़ी कमाई को भाजपा नेताओं ने अपने करीबियों को ठेका-पट्टा में बांटने का काम किया.
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