- कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा पहाड़ी मंदिर के ऑफिस का ताला तोड़ने का सांसद ने किया विरोध
- कहां, कांग्रेस मुगल शासन के पद चिन्हों पर चलकर सनातनियों का कर रही अपमान
Ranchi: सांसद संजय सेठ ने पहाड़ी मंदिर के कार्यालय का ताला कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा तोड़े जाने की घटना की निंदा की है. संजय सेठ ने पूछा, कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा किसके आदेश पर ताला तोड़ा गया. कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को किसने अधिकार दिया ताला तोड़ने का. अगर ताला खुलवाना ही था तो यह मजिस्ट्रेट की देखरेख में किया जाना चाहिए था. यह सरासर सनातन धर्म का अपमान है, और कांग्रेस की गुंडागर्दी है. जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. रांची की जनता का यह अपमान है. पहाड़ी मंदिर पर करोड़ों लोगों की आस्था है, कांग्रेस बाबा के करोड़ों भक्तों का अपमान कर रही है, जो उचित नहीं है. वहीं प्रशासन सरकार के दबाव में काम कर रही है. कांग्रेस कार्यकर्ता कौन होते हैं ट्रस्ट का ताला तोड़ने वाले. क्यों नहीं मजिस्ट्रेट के देखरेख में ताला खुलवाया गया. इंडिया गठबंधन की सरकार तमिलनाडु में सनातनियों को खत्म करने की साजिश रची जा रही है, सरकार लोकतांत्रिक मूल्यों को छोड़कर तुगलकी की फरमान पर उत्तर आई है, ऐसा प्रतीत हो रहा है. वहीं कांग्रेस झारखंड में हेमंत सोरेन की देखरेख में सनातनियों पर कुठाराघात कर रही है. सरकार द्वारा सनातनी परंपरा को समाप्त करने का प्रयास किया जा रहा है. सांसद ने कहा कि राज्य सरकार अब भी नहीं चेती तो आने वाले समय में सनातनी माकूल जवाब देंगे.
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