Ranchi: जेएसएससी की ओर से ली गई झारखंड नगर पालिका सेवा संवर्ग संयुक्त को रद्द करने की मांग बढ़ती जा रही है. बताते चलें कि पिछले दिनों ही छात्र संगठनों ने मोरहाबादी मैदान से राजभवन तक न्याय मार्च निकाला था. इसके बाद राज्यपाल को मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग सौंपी गई थी. कोचिंग एग्जाम फाइटर के संस्थापक कुणाल कुमार का कहना है कि 5 सेंटर्स पर हुई परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर विरोध है. जबकि नियम यह कहता है कि परीक्षार्थियों को बुलाकर क्वेश्चन पेपर की सील खुलवाने और हस्ताक्षर करवाने की प्रक्रिया की जानी चाहिए.
वहीं प्रश्नपत्र, बुकलेट में पेन से लिखा जाना बड़ी लापरवाही है. आयोग अगर पाक साफ है तो 85 हजार अभ्यर्थियों के लिए फिर से परीक्षा ले, तब समझेंगे धांधली नहीं हुई है. उन्होंने आयोग पर धांधली का आरोप लगाते हुए कहा कि अभ्यर्थियों को कॉल कर उनसे सेटिंग-गेटिंग की बात की जा रही है. वहीं अभ्यर्थियों का कहना है कि किसी राज्य में एक पाली में परीक्षा नहीं होती. अगर होती है तो धांधली में आसानी होती है. वहीं अभ्यर्थियों ने ऑनलाइन एग्जामिनेशन में आंसर में क्या टिक दिया है वह भी उनके पास नहीं है, ना ही कट ऑफ बताई जाती है. यह पूरी तरीके से मनमानी और धांधली को खुली छूट देने वाली बात है. इधर, शिवा इन्फोटेक पर आरोप लगाते हुए अभ्यर्थियों ने कहा कि इस संस्था पर पहले भी कई बार धांधली के आरोप लगे हैं. इसलिए परीक्षा रद्द करनी चाहिए.
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