Ranchi: स्वास्थ्य विभाग के निर्देशों का पालन स्वास्थ्य निदेशालय नहीं कर रहा है. इसके लिए विभाग की तरफ से बार-बार निदेशालय को लिखा जा रहा है. लेकिन किसी तरह की कार्रवाई नहीं हो रही है. फिर से एक बार दो फरवरी को विभाग की ओर से निदेशालय को लिखा गया है.
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दरअसल विभाग को निदेशालय में बार-बार गुटबाजी और भ्रष्टाचार की शिकायत मिल रही है. ताजा चिट्ठी में विभाग की तरफ से कहा गया है कि स्वास्थ्य निदेशालय में प्रतिनियुक्ति के रूप में काम करने वाले कर्मियों के खिलाफ कई शिकायत विभाग को मिल रही है. इन शिकायतों पर शीघ्र कार्रवाई के लिए विभाग की तरफ से बार-बार निदेशालय को लिखा जा रहा है. लेकिन निदेशालय की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जाती है, जो कि काफी खेदजनक है.
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कर्मी करते हैं गुटबाजी, होता है भ्रष्टाचारः विभाग
निदेशालय को लिखी अपनी चिट्ठी में विभाग ने कहा है कि निदेशालय में कई कर्मी ऐसे हैं जो सालों से वहीं जमे हैं. सालों से काम करने के कारण कर्मियों का एकाधिकार और गुट बन गया है. जिससे भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलता है. ऐसे कर्मियों पर निदेशालय को कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. अपने निर्देश में स्वास्थ्य विभाग ने निदेशालय को कहा है कि तीन साल से ज्यादा वक्त से काम कर रहे कर्मी को उनके मूल कार्यालय में भेज दिया जाए. 3 साल तक उन्हें निदेशालय में प्रतिनियुक्त नहीं की जाए. किसी भी कर्मी को प्रतिनियुक्ति पर निदेशालय रखता है तो, पहले यह सुनिश्चित करना है कि वह कर्मी कभी निदेशालय में काम नहीं किया हो.
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बनेगी दो सदस्यों की कमेटी, होगी आठ सालों के कार्यों की समीक्षा
स्वास्थ्य विभाग ने निदेशालय को लिखे अपनी चिट्ठी में कहा है कि सालों से जमे कर्मियों की समीक्षा होगी. पिछले आठ सालों में इन्होंने क्या-क्या किया है, सभी कार्यों की जांच होगी. जांच में अगर कोई कर्मी की गड़बड़ी पकड़ी जाती है तो उसके खिलाफ विभाग की तरफ से कार्रवाई होगी. विभाग की ओर से यह निर्देश दिया गया है कि एक महीने के अंदर जांच कर रिपोर्ट सौंपी जाये. वहीं विभाग ने निदेशालय को यह भी निर्देश दिया है कि जो कर्मी रिटायर हो चुके हैं उन्हें पेंशन समय पर मिलना चाहिए. विभाग ने निर्देश जारी करते हुए लिखा की पेंशनधारी कर्मी के भुगतान में देर करने वालों की पहचान कर उनपर भी कार्रवाई की जाये.
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