Ranchi: कहा जाता है कि डॉक्टर भगवान का दूसरा रूप होता है. इसका जीता जागता उदाहरण है इरबा स्थित क्यूरेस्टा ग्लोबल ACMS हॉस्पिटल. जहां के डॉक्टरों ने इलाज कर एक युवक की जान बचाई. बताया जाता है कि ओरमांझी निवासी 24 वर्षीय युवक जुगेश्वर महतो को बेहोशी की हालत में एक ऑटो चालक अस्पताल छोड़ गया था. क्यूरेस्टा ग्लोबल एसीएमएस के चिकित्सकों ने तत्परता दिखाई. बिना देर किये और परिजनों का इंतज़ार किए मरीज का इलाज शुरू कर दिया.
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जांच से पता चला कि मरीज़ के मस्तिष्क में गंभीर चोट है. इसके कारण वह कोमा में चला गया. मरीज़ का जबड़ा टूटा था. प्रख्यात न्यूरोसर्जन डॉ फ़तेह बहादुर सिंह और उनकी टीम ने ऑपरेशन का निर्णय लिया. लगभग 6 घंटे तक चले मस्तिष्क के जटिल ऑपरेशन के बाद मरीज़ की जान बचा ली गई. अब मरीज़ पहले से काफी बेहतर है. उसकी हालत सुधर रही है. परिजनों ने डॉक्टर्स की तत्परता और हॉस्पिटल की बेहतर कार्यशैली पर काफी प्रभावित हुए. उन्होंने आभार व्यक्त किया. अस्पताल के सीओओ डॉ आरके चतुर्वेदी ने कहा कि क्यूरेस्टा ग्लोबल ACMS हॉस्पिटल इरबा मे सिर्फ डेढ़ महीने के अंतराल में हड्डी रोग सर्जरी, न्यूरो सर्जरी, मेडिसिन, शिशु रोग, स्त्री रोग व एनेस्थीसिया विभाग ने कई कीर्तिमान स्थापित किये हैं.
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