Ranchi: लोहरदगा हिंसा का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. भाजपा की ओर से लगातार हेमंत सोरेन सरकार को घेरने की कोशिश की जा रही है. वहीं दूसरे समुदाय की ओर से कार्रवाई में भेदभाव का आरोप भी लगाया जा रहा है. इसी क्रम में रविवार को नाज़िम आला मौलाना कुतुबुद्दीन रिज़वी के नेतृत्व में झारखंड एदारा शरीया के एक प्रतिनिधिमंडल ने भीड़ के शिकार अमान अंसारी के परिवार से मुलाकात की. इस दौरान अमान की पत्नी को 65 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी गयी.
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इससे पहले आमया संगठन की ओर से 81 हज़ार रुपये की सहयोग राशि दी जा चुकी है. प्रतिनिधिमंडल में शम्सुल हुदा, मौलाना मुजीबुर्रहमान, क़ारी बरकत अली रिज़वी, मौलाना सफी उल्लाह मिस्बाही, अलीम उद्दीन अंसारी, गुलाम मुस्तफा, मोहम्मद इम्तियाज़, हाफिज शेर मोहम्मद, तस्लीम अंसारी, असग़र खान, बाबर खान और शमीम अंसारी शामिल थे.
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25 लाख रुपये मुआवजा और सरकारी नौकरी की मांग
एदारा ने सरकार से मरहूम अमान अंसारी के परिवार को 25 लाख रुपये मुआवजा, पीड़ित परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने और इनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है. वहीं इस घटना के दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की मांग की गयी है. एदारा का प्रतिनिधिमंडल उसी घटना में गम्भीर रुप से घायल रिम्स में इलाजरत वसीम अंसारी के परिवार से भी मिला. प्रतिनिधिमंडल सदस्यों ने उन्हें इंसाफ दिलाने का आश्वासन दिया.
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अमान के बच्चों की पढ़ाई का जिम्मा लिया
मौलाना कुतुबुद्दीन रिज़वी ने बताया है कि रामनवमी के दिन हिंसक भीड़ ने अमान अंसारी और उनके भतीजे वसीम पर हमला कर दिया था. जबकि ये दवा लेकर रांची से लौट रहे थे. कहा गया कि यह मॉब लिंचिंग की घटना है. अमान की 4 बेटियां और एक ग्यारह साल का बेटा है. इनकी परवरिश और पढ़ाई-लिखाई का ज़िम्मा एदारा ने लिया है.