Ranchi: अब राज्य में बिजली इंजीनियरों ने सरकार-प्रशासन से सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की है. कहा कि वे लोग अब बिना सुरक्षा के बिजली बिल कलेक्शन और कनेक्शन काटने का काम नहीं करेंगे. इसको लेकर डिप्लोमा अभियंता संघ की बैठक रविवार को हुई. इसमें पिछले दिवस इंजीनियर रजनीश कुमार के साथ मारपीट और लोगों के द्वारा उन पर केस दर्ज कराने का विरोध किया गया. बैठक में कहा गया कि संघ इंजीनियर रजनीश कुमार के विरुद्ध हुए घटना की भर्त्सना करता है. निगम प्रबंधन से मांग करता है कि पुलिस महानिर्देशक एवं प्रशासन से बात कर झूठे केस को रद्द करवाया जाए.
मालूम हो कि इंजीनियर रजनीश कुमार पर विगत 23 नवंबर को बिजली ऊर्जा चोरी के विरुद्ध छापामारी के दौरान उनके विरुद्ध झूठा केस दर्ज किया गया था. बैठक में कहा गया कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृति रोकने के लिए संघ निगम प्रबंधन से यह मांग करता है कि राजस्व वसूली के दौरान उचित सुरक्षा मुहैया कराई जाए. छापामारी दल के साथ दंडाधिकारी और पुलिस बल की तैनाती अनिवार्य की जाए, ताकि भविष्य में ऐसी अप्रिय घटना घटने से बचा जा सके. संघ निगम प्रबंधन से यह भी मांग करता है कि प्रशासन एवं वन विभाग से बात कर तोरपा में अभियंताओं पर लगे निराधार केस को निरस्त किया जाए.
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कहा गया कि 15 नवंबर को तोरपा में हुए नर हाथी की मौत में निगम के पदाधिकारियों को दोषी बनाया गया था. जबकि हाथी के द्वारा रिहायशी इलाके में लगे पोल की क्षति करने के कारण तार नीचे आ गया. जिसके करंट लगने से हाथी की मौत हो गई. इस बात की पुष्टि स्थानीय ग्रामीणों द्वारा भी की गई. एलीफेंट कॉरिडोर में वॉच टावर और ट्रेंच का प्रावधान वन विभाग द्वारा नहीं किया गया. जिससे हाथी रिहायशी इलाके में घुस गया. वन विभाग द्वारा अपना दोष निगम के पदाधिकारियों पर मढ़ा जा रहा है. बैठक में निर्णय लिया गया कि यदि निगम प्रबंधन उपरोक्त विषयों पर उचित निर्णय नहीं लेता है तो संघ संघर्ष के लिए बाध्य होगा. जिसकी सारी जवाबदेही निगम प्रबंधन की होगी.
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