Ranch: 14 जुलाई यानी गुरूवार को रांची स्थित संत मारिया महागिरजा घर में कामिलियन धर्म समाज की 2 धर्मबहनों की अंतिम मन्नत धूमधाम से संपन्न हुआ. सिस्टर नीलिमा एक्का और सिस्टर सेकुंदा कुजूर ने अपने आपको रोगियों, पीड़ितों और असहाय लोगों की सेवा में समर्पित कर दिया है.
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आर्च बिशप फेलिक्स टोप्पो ने सेवा के महत्व को बताया
इस मौके पर आर्च बिशप फेलिक्स टोप्पो ने अपने प्रवचन में धर्मसंघी जीवन की विशेषताओं, आज्ञापालन, निर्धनता और शुद्धता के महत्व पर बल दिया. उन्होंने कहा, “हमारा पहला कर्तव्य है कि हम गॉड को प्यार करें और उन्हीं के माध्यम से लोगों को भी प्यार करें.” मिस्सा बलिदान के बाद संत जोसफ क्लब में अंतिम मन्नत लेने वाली दोनों धर्मबहनों का स्वागत किया गया. इस मौके पर उन्हें नए जीवन के लिए शुभकामनाएं दी गई.
समारोह में गणमान्य लोग रहे मौजूद
समारोह के मुख्य अनुष्ठाता रांची महाधर्मप्रांत के आर्च बिशप फेलिक्स टोप्पो थे. इस मौके पर बिशप थियोडोर मास्करेन्हास भी उपस्थित थे. साथ ही कामिलियन धर्म समाज की जेनरल भी उपस्थित थीं. समारोह में बहुत सारे पुरोहित, विभिन्न धर्म समाज की धर्म बहनें और धर्म भाई लोग उपस्थित थे. दोनों धर्मबहनों के परिवार वाले और रिश्तेदार भी बहुत संख्या में मौके पर मौजूद थे.
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