Ranchi: झारखंड प्रदेश टैक्सी यूनियन ने मंगलवार को राजभवन के समक्ष धरना दिया. निजी वाहनों, मोटरसाइकिल का व्यावसायिक इस्तेमाल के विरोध में धरना दिया गया. मौके पर मौजूद यूनियन के अध्यक्ष अमित ओझा ने कहा कि राज्य में 55000 से 60000 हजार रजिस्टर्ड ओला और उबर गाडियां चल रही हैं. अकेले सिर्फ राजधानी रांची में 5000 से अधिक रजिस्टर्ड वाहन सड़क पर दौड़ रहे हैं. हम सब गाड़ी सड़क पर चलाने से पहले सारे जरूरी कागजात बनवा कर टैक्स भर के ही काम शुरू करते हैं. लेकिन वर्तमान में रांची समेत पूरे राज्य में कई लोगों द्वारा बिना कॉमर्शियल रजिस्ट्रेशन कराए टैक्सी सर्विस दे रहे हैं. जिससे सरकार को हर साल 2000 करोड़ से भी जादा राजस्व का नुकसान हो रहा है. इसके साथ बिना रजिस्टर्ड वाहन सड़क पर चलने की वजह से हमारी आय में कमी आ गई है. इसलिए हमने आज ये विरोध प्रदर्शन किया और हमने समस्या से सरकार को अवगत कराने के लिए एक ज्ञापन राज्यपाल को भी दिया, ताकि इन बिना रजिस्टर्ड गाड़ियों पर अंकुश लगाया जा सके.
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