-निर्माणाधीन टनल में फंसे झारखंड के श्रमिकों की स्थिति से अवगत कराने के निर्देश
Ranchi: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश के बाद उत्तराखंड के उत्तरकाशी में ब्रह्मकमल और यमुनोत्री नेशनल हाईवे पर सिल्क्यारा और डंडलगांव के बीच निर्माणधीन टनल में हुए दुर्घटना के फलस्वरूप झारखंड के श्रमिकों की सहायता के लिए तीन सदस्यीय टीम उत्तराखंड रवाना हो गई. टीम में जैप आईटी के सीईओ भुनेश प्रताप सिंह, ज्वाइंट लेबर कमिश्नर राजेश प्रसाद एवं ज्वाइंट लेबर कमिश्नर प्रदीप रॉबर्ट लकड़ा शामिल हैं. इन श्रमिकों को आवश्यक सहायता प्रदान करने हेतु और घटना स्थल पर भ्रमण करने एवं समय-समय पर अद्यतन स्थिति से दूरभाष पर अवगत कराने का निर्देश टीम को दिया गया है.
[pdfjs-viewer url=”https://lagatar.in/wp-content/uploads/2023/11/Trapped-labourers-details-1.pdf” attachment_id=”800488″ viewer_width=100% viewer_height=800px fullscreen=true download=true print=true]
दरअसल, दीपावली के दिन उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में सुबह-सुबह एक बड़ा हादसा हो गया. यहां 40 लोगों की जान संकट में फंसी है. यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिलक्यारा से डंडालगांव तक निर्माणाधीन सुरंग के अंदर भूस्खलन होने से यहां काम कर रहे लगभग 40 मजदूर दब गए. पुलिस प्रशासन रेस्क्यू में जुटा है. सुरंग का निर्माण एनएचआईडीसीएल के निर्देशन में नवयुगा कंपनी कर रही है. बताया जा रहा है कि सुरंग के अंदर 40 मजूदर फंसे हैं. जिला आपदा प्रबंधन उत्तरकाशी ने इसकी पुष्टि की है. कंपनी की ओर से मलबे को हटाने का कार्य किया जा रहा है. इस हादसे में झारखंड के भी 15 मजदूर फंसे हुए हैं.
इसे भी पढ़ें- ऋषि सुनक ने गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन को बर्खास्त किया, पूर्व प्रधानमंत्री डेविड कैमरन नये विदेश मंत्री
ये मजदूर सुरंग में हैं फंसे
विश्वजीत कुमार, सुबोध कुमार (सिमराधाब), अनिल बेदिया, श्रजेंद्र बेदिया, सुकराम (खीराबेरा), टिंकू सरदार (दुमरिया), गुनोधर, रंजीत, रविंद्र (मनिकपुर), समीर (बनकीसोल), माहदेव (चेलाबेड़ा), भक्तु मुर्मू (कुंडालुका), चमरा उरांव (लरता), विजय होरो (गुमड) और गणपति(मदुगामा).