Ranchi : देश ने 2025 तक(यक्ष्मा) टीबी खत्म करने का संकल्प लिया है. इसी उद्देश्य के साथ प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान की शुरुआत की गई है. राष्ट्रीय यक्ष्मा उन्मूलन कार्यक्रम में विशेष आयामों को समय-समय पर जोड़ा भी जा रहा है, ताकि लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके. इसी कड़ी में स्वास्थ्य विभाग ने टीबी मरीजों के लिए निक्षय पोषण के तहत निक्षय मित्र से टीबी के मरीजों को गोद लेने की अपील की गयी है. प्राइवेट एजेंसी, कॉरपोरेट, कोऑपरेटिव सोसायटी, पब्लिक रिप्रेजेंटेटिव्स, कोई भी व्यक्ति, संस्था, अथवा गैर सरकारी संस्थान और राजनीतिक दलों को टीबी के मरीजों को गोद लेने के लिए स्वास्थ्य विभाग प्रेरित करेगी. गौरतलब है कि टीबी के मरीजों के लिए निक्षय पोषण योजना के तहत राज्य सरकार प्रत्येक मरीजों को हर माह डीबीटी के माध्यम से 500 रुपया भुगतान करती है.
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टीबी मरीजों को अतिरिक्त पोषण के लिए सहयोग प्रदान करना कार्यक्रम का उद्देश
कार्यक्रम का उद्देश्य टीबी के मरीजों को इलाज के दौरान अतिरिक्त पोषण सहयोग प्रदान करवाना है. साथ ही सामुदायिक भागीदारी सुनिश्चित करना है. साल 2022 से लेकर 12 सितंबर 2022 तक 39387 रोगियों में 20919 रोगियों के द्वारा सहमति पत्र प्रदान किया गया है. दो निक्षय मित्र का पंजीयन निक्ष्य पोर्टल में किया जा चुका है. कम्युनिटी सपोर्ट के तहत टीबी के मरीजों को गोद लेने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव ने सभी जिले के उपायुक्त को पत्र निर्गत किया है.
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