Ranchi: भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा है कि हेमंत सरकार बांग्लादेशी घुसपैठ पर गलत बयानी करती है. जब-जब बांग्लादेशी घुसपैठ की बात आती है राज्य सरकार यह कहती है कि घुसपैठियों को बाहर निकालने की शक्ति राज्य सरकार के पास नहीं है. प्रतुल शाहदेव ने भाजपा प्रदेश मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर फॉरेनर एक्ट और पासपोर्ट एक्ट के प्रावधानों की चर्चा करते हुए कहा कि केंद्र ने राज्य सरकार को यह शक्तियां दी है कि वह घुसपैठियों को चिन्हित करके उन्हें डिटेन और डिपोर्ट कर सकती है. कहा कि सत्तारूढ़ दल बांग्लादेशी घुसपैठियों को बड़े पैमाने पर वोट बैंक के तौर पर उसे करता है, इसीलिए इस सरकार ने घुसपैठियों को दामाद का दर्जा देकर रखा है यह दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है.
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प्रतुल ने कहा कि झारखंड में बांग्लादेशी घुसपैठ को लेकर सरकार के विभागों में अलग-अलग रिपोर्ट आ रही है. 2 जून 2023 को स्पेशल ब्रांच की ओर से सभी जिलों के डीसी एसपी को पत्र लिखा गया था, जिसमें कहा गया था कि राज्य में घुसपैठ की सूचना है. घुसपैठियों को मदरसों में ठहराया जाता है. फर्जी डॉक्यूमेंट बनाकर उन्हें मतदाता सूची में शामिल किया जा रहा है. इसके जवाब में दुमका, लोहरदगा, जामताड़ा समेत कई जिलों के एसपी ने पत्र लिखकर कहा है कि उनके जिले में किसी भी तरह की घुसपैठ की कोई सूचना नहीं है और घुसपैठ का आंकड़ा शून्य है.
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उन्होंने लोहरदगा में हुए सांप्रदायिक दंगे का भी मामला उठाते हुए कहा कि लोहरदगा के एसपी ने कहा था कि जिले में बांग्लादेशी घुसपैठियों की संख्या 0 है, जबकि स्पेशल ब्रांच ने अपने पत्र में कहा था कि दंगे में रोहिंग्या मुसलमानों का हाथ है. उन्होंने आरोप लगाया कि जिस डीएसपी जितेंद्र कुमार ने यह रिपोर्ट बनाई थी उन्हें और उनके तीन अन्य सहयोगियों को एक मुस्लिम संगठन के ऑब्जेक्शन के बाद 2 दिन के अंदर ट्रांसफर कर दिया गया.