Ranchi : उलगुलान डीलिस्टिंग महारैली की शुरूआत हो गयी है. राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ (आरएसएस) की विंग जनजाति सुरक्षा मंच द्वारा मोरहाबादी मैदान में डिलिस्टिंग रैली में भारी संख्या आदिवादी हिस्सा ले रहे हैं. रैली में मुख्य रूप से पूर्व लोकसभा उपाध्यक्ष कड़िया मुंडा, पूर्व मंत्री गणेश राम भगत और जलाल पाहन शामिल हैं. रैली में अब तक लगभग 5000 लोगों की संख्या देखी जा रही है. जबकि लोगों के आने का सिलसिला जारी है. इस रैली में झारखंड के अलग-अलग जिलों से लोग आए हैं. रैली में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के लोग भी शामिल हैं. इस रैली के माध्यम से केंद्र और राज्य सरकार से धर्म परिवर्तन करके ईसाई बन चुके आदिवासियों को एसटी सूची से बाहर करने और एसटी को मिलने वाले सभी लाभ और अधिकार से वंचित करने के लिए कानून बनाने की मांग की जानी है. रैली में और भी लोगों के आने का इंतजार किया रहा है. बता दें कि डीलिस्टिंग रैली का कुछ आदिवासी संगठन इसका विरोध करते रहे हैं.
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रैली में बीजेपी नेता मंच के नीचे बैठे हैं. उनमें – गंगोत्री कुजूर, विमला प्रधान, सुदर्शन भगत, समीर उरांव, रघुनाथ पांडे, सुबोध सिंह गुड्डू और के के गुप्ता सहित कई भाजपा नेता मंच के नीचे बैठे हैं. चूंकि ये कार्यक्रम आर एस एस से जुड़े जनजातीय सुरक्षा मंच का है.
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