Ranchi : रांची विश्वविद्यालय प्रशासन ने बुधवार को एक आपात बैठक की गयी है. इसमें यह निर्णय लिया गया कि विश्वविद्यालय परिसर में पूर्व में विश्वविद्यालय द्वारा जिस किसी को भी गुमटी या एसटीडी बूथ के निर्माण के लिए भूमि आवंटित की गई थी, उसे तत्काल प्रभाव से निरस्त किया जाता है. विश्वविद्यालय की ओर से यह कहा गया है कि आवंटित व्यक्तियों ने आवंटन पत्र में उल्लेखित शर्तों का उल्लंघन किया है. साथ ही विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा यह भी निर्णय किया गया कि जन जातीय एवं क्षेत्रीय भाषा विभाग और कॉमर्स विभाग के बगल में हो रहे अवैध निर्माण करने वाले व्यक्तियों पर निर्माण कार्य रोकने के लिए एफआईआर की जाए.
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आरयू की जमीन पर अतिक्रमण का कई मामले उजागर होते रहते हैं
वैसे तो रांची विश्वविद्यालय की जमीन पर अतिक्रमण का कई मामले उजागर होते रहते हैं. ताजा मामला प्रकाश में तब आया, जब विश्वविद्यालय के जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा विभाग और कॉमर्स विभाग के बीच दुकान निर्माण के लिए कटहल पेड़ की टहनियों को काट दिया गया. यह घटना विश्व पर्यावरण दिवस को घटित हुई. जब विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा दुकान निर्माण पर रोक लगायी गयी, तब निर्माण करवाने वाले व्यक्ति द्वारा यह जानकारी दी गई कि विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ बहुरा एक्का द्वारा यह जमीन आवंटित की गई है. इसमें वे वर्षों से दुकान चला रहे हैं. अब चूंकि पुरानी दुकान ढह गयी है, इसलिए पुनर्निर्माण कर रहे हैं.
बताते चलें कि कटहल पेड़ की टहनियों को काटने की घटना से विश्वविद्यालय के शिक्षकों, छात्र सहित पूर्ववर्ती छात्र भी काफी आहत हुए, क्योंकि इस कटहल पेड़ से सभी की भावनाएं जुड़ी हुई थीं. सभी छात्र संगठनों ने पेड़ की टहनियों के काटे जाने की निंदा की थी.